तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार में पश्चिम चंपारण के रामनगर प्रखंड स्थित अर्जुन विक्रम शाह स्टेडियम में राम कथा सुना रहे हैं। श्रीराम कथा वाचन कार्यक्रम के चौथे दिन शुक्रवार को उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार को मेरे जैसे संत की हुंकार पर पसीना आ गया। जगदगुरु रामभद्राचार्य के कहा कि मैंने श्रीरामचरितमानस पर मंत्री चंद्रशेखर से चर्चा की बात क्या कह दी, सरकार डर गई है। पटना में प्रस्तावित रामकथा के लिए सरकार के स्तर से इसीलिए अनुमति नहीं मिली है। खैर, बिहार की जनता को सबकुछ पता है।
भगवा लहराएगा तभी गांधी मैदान सुनाउंगा रामकथा
जगदगुरु ने कहा कि गांधी मैदान में राम कथा अब तभी सुनाऊंगा, जब बिहार में भगवा लहराएगा और चहुंओर कमल खिलेगा। तुलसी पीठाधीश्वर ने कहा कि बिहार में जातिगत बंटवारे की बयार बह रही है। सरकार खुद जाति के आधार पर गणना कर आरक्षण को बढ़ावा दे रही।
राष्ट्रीय ग्रंथ बनेगा रामचरित मानस
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पर कोई भी छींटाकशी करेगा, तो मैं बोलूंगा ही। रामचरितमानस में कोई ऐसा शब्द नहीं है, जो देश को बांटता हो। रामभद्राचार्यजी ने कहा कि लालू ने कहा था कि भूरा बाल साफ करो, इसका जवाब जनता ने दिया था।
शिक्षामंत्री को चेतावनी देते हुए जगतगुरु ने कहा कि रामचरितमानस राष्ट्रीय ग्रंथ बनेगा, जिसे रोकना है; वह आगे आकर दिखाए। बिहार में अब बहुत दिनों तक गुंडों का शासन नहीं चलेगा, जंगलराज नहीं चलेगा।
पुनौराधाम जाने पर क्या कहा ?
जगतगुरू ने आगे कहा कि सीतामढ़ी जिले के पुनौराधाम हमेशा जाऊंगा। वहां जाने के लिए इनकी परमिशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। यदि जरूरत पड़ी तो कोर्ट से परमिशन लाऊंगा। उन्होंने कहा कि जनकपुर भारत का था, लेकिन नेपाल का हो गया। उस समय पंडित जवाहर लाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनने की चिंता सता रही थी।
2024 में मोदी ही बनेंगे प्रधानमंत्री
रामकथा ज्ञान यज्ञ समिति के संयोजक मधुकर राय के आवास पहुंचने पर जगद्गुरु रामभद्राचार्यजी ने कहा कि केंद्र में अगली सरकार भी मोदी के नेतृत्व में बनेगी। 2024 में नरेन्द्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है। राम मंदिर पर पत्रकारों के पूछे गए सवाल पर कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पूरे देश में खुशी का माहौल है। सनातन धर्म के विरोधी लोग भले ही दुखी होंगे।
जाति जनगणना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
बिहार में जाति आधारित गणना पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा नहीं होना चाहिए। शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान पर बोले कि चंद्रशेखर अपना मानसिक संतुलन खो दिए हैं। मैं उन्हें चुनौती देता हूं। एक-एक पंक्ति पर चर्चा कर बता दूंगा कि रामचरितमानस में कहीं भी राष्ट्र विरोध में कुछ भी नहीं लिखा गया है।