भीम संसद में रत्नेश सदा, सुनील कुमार, रूबल रविदास सब ने बहुत मेहनत किया है। इस कार्यक्रम के बाद रत्नेश सदा की जो पापुलैरिटी बढ़ी है। इसलिए जो फर्जी है और जिनका काम ही फर्जीवाड़ा करना है इसलिए रत्नेश सदा के खिलाफ झूठा वीडियो वायरल कर रहे हैं। हकीहत में ये जो फर्जी लोग हैं वो रत्नेश सदा के पापुलैरिटी से परेशान हो गए हैं। ऐसे में उन लोगों ने रत्नेश सदा को विडंबना में फंसा दिया। यह बातें बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने खुद को लेकर रत्नेश सदा के वायरल वीडयो को लेकर कही है।
अशोक चौधरी ने कहा कि – रत्नेश सदा ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कम से कम 15 से 20 जिलों का दौरा किया। उन्होंने इतना बढ़िया कार्यक्रम में सहयोग किया। लोगों को बुलाया रात में ठहराया। यह सब विडंबना करने वाले लोग हैं। जो रत्नेश सदा के इमेज को गिराना चाहते हैं वह रत्नेश सदा के समाज के ही लोग हैं। ये लोग रत्नेश सदा के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं।
वहीं, भाजपा के तरफ से अंबेडकर कार्यक्रम करवाए जाने को लेकर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि- ये तो हर पॉलीटिकल पार्टी को अधिकार है। जितना अंबेडकर की बात होगी, दलितों पर चर्चा होगी, वह तो दलितों के कल्याण के लिए ही होगा, हम तो स्वागत करते हैं। जो लोगों ने ऐसा निर्णय किया है। सभी राजनीतिक दलों में दलितों का वर्चस्व बढ़े इससे अच्छी और क्या बात होगी हमारे लिए। वैसे भाजपा के पास अब कोई मुद्दा रह नहीं गया है। इसलिए नक़ल कर रहे हैं। उनसे सिर्फ दो बात पूछिए बेरोजगारी और महंगाई।
इसके आलावा पांच राज्यों के चुनाव में एग्जिट पोल के नतीजे में भाजपा को मिल रही बढ़त पर अशोक चौधरी ने कहा कि- एग्जिट पोल अब एजेंडा पर रहता है। इससे पिछले लोकसभा चुनाव देख लीजिए। हम दूसरे राज्यों का नहीं जाते हैं, पिछले बार के बिहार विधानसभा चुनाव देख लीजिए। दोपहर तक हम लोगों को हरा रहा था और अंत में जीत किसकी हुई। तो एग्जिट पोल और सट्टा बाजार वह कोरिलेट करता है। सट्टा बाजार जिसका चढ़ा रहेगा एग्जिट पोल उसी का दिखा देता है। इसलिए उनसब पर हम लोग का विश्वास नहीं है। जनता ने जिसको आशीर्वाद दिया है वह सर्वोपरि है और जो रिजल्ट आएगा उसका हम लोग सम्मान करेंगे।
उधर, गिरिराज सिंह के मदरसा वाले बयान पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि, यदि उनको लगता है गलत हो रहा है तो उनको लिस्ट भेजना चाहिए। केंद्र सरकार कोवैसे मदरसों का नंबर हैं जो अवैध हैं तो हो सकता है की उनका उन्होंने सर्वे कराया होगा। केंद्र सरकार को लिस्ट भेजना चाहिए। अल्पसंख्यक के बच्चे जब पढ़ेंगे तब ना उनको समझ में आएगा हिंदू क्या है ? मुसलमान क्या है? क्रिश्चियन क्या है? गिरिराज सिंह टाइप जो फंडामेंटलिस्ट लोग हैं वो खाली हिंदू के नाम पर विडंबना करते हैं। उनको कोई काम नहीं है टिक्की और रुद्राक्ष पहनकर खाली हिंदू- हिंदू करने से से वोट थोड़ी ना आ जाएगा।