बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले रवि कुमार चंद्रयान-3 मिशन में वैज्ञानिकों की टीम में शामिल हैं. वो स्थानीय जवाहर नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्र और जिले के पुपरी निवासी अरुण कुमार चौधरी के पुत्र हैं. इस खबर को सुनकर रवि के घर वालों और पड़ोसियों में खुशी की लहर और वो अपने बेटे पर गर्व महसूस कर रहे हैं।
जवाहर नवोदय विद्यालय का छात्र है रविः जानकारी के अनुसार रवि कुमार के पिता अरुण कुमार चौधरी एसबीआइ के रिटायर्ड डिप्टी मैनेजर हैं और माता मधुबाला चौधरी गृहिणी हैं. परिजनों ने बताया कि रवि जवाहर नवोदय विद्यालय, सीतामढ़ी से वर्ष 2005 में दसवीं व 2007 में 12वीं उत्तीर्ण किया था. 2008 में आइआइटी जेइइ कंप्लीट किया था और 2012 में स्नातक किया था।
बेटे की उपलब्धि पर परिजनों में खुशी :नवोदय विद्यालय के ही पूर्व छात्र अमरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले के लिए यह गौरवान्वित पल है. दिन-प्रतिदिन देश के मानचित्र पर जिले की पहचान बनाने के लिए अन्य युवा भी बेहतर प्रयास कर रहे हैं, जिसमें रवि कुमार भी हैं. उधर, रवि की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर परिजनों में खुशी की लहर है।
नेटवर्क सिक्यूरिटी का काम देख रहा है रवि:रवि के परिवार वालों ने बताया कि फिलहाल वो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में नेटवर्क सिक्यूरिटी का काम देख रहा हैं. चंद्रयान-3 मिशन को देखने के लिए जिले के लोग अपनी अपनी टीवी खोल कर देख रहें थे और गर्व के साथ चंद्रयान-3 की सफलता की कामना भी कर रहे थे।
रवि अभी इसरो में सैटेलाइट साइंटिस्ट है. 2012 में बेंगलुरु में ज्वाइन किया था. 2019 में चंद्रयान-2 में भी रवि शामिल था. उस वक्त पीएम मोदी ने सबसे व्यक्तिगत मिल कर बधाई दी थी. वह बचपन से खोजी स्वभाव का था. उसके इस उपलब्धी पर हमे गर्व है”-अरुण कुमार चौधरी, रवि के पिता
सीएम नीतीश ने दी थी टीम को बधाईः आपको बता दें कि चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसरो की टीम को बधाई दी है. सीएम ने कहा कि चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण कर इसरो ने अंतरिक्ष में एक नया इतिहास रचा है. यह पूरे देश के लिए गर्व की बात है. यह इसरो के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।