मकर संक्रांति 2024 पर बन रहा रवि योग, सूर्य पूजा से होंगे 5 बड़े फायदे, जान लें स्नान-दान मुहूर्त
इस साल 2024 में मकर संक्रांति के दिन रवि योग का निर्माण हो रहा है. मकर संक्रांति के अवसर पर स्नान दान के बाद सूर्य देव की पूजा करते है और रवि योग भी सूर्य पूजा के लिए उत्तम माना जाता है. सूर्य देव जिस समय मकर राशि में प्रवेश करते हैं, उस समय ही मकर संक्रांति होती है. मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए.
उसके बाद सूर्य देव को जल से अर्घ्य देना चाहिए. उसके बाद काला तिल, गुड़, चावल, गेंहू, गरम कपड़े आदि का दान करना चाहिए. वैसे भी रवि योग में यह दान उत्तम फल प्रदान करता है.तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि मकर संक्रांति कब है? मकर संक्रांति के दिन रवि योग कब बन रहा है? मकर संक्रांति पर स्नान और दान का मुहूर्त क्या है?
मकर संक्रांति 2024 तारीख
वैदिक पंचांग के अनुसार, ग्रहों के राजा सूर्य देव शनि की राशि मकर में 15 जनवरी 2024 को 02:54 एएम पर प्रवेश करेंगे. उस समय सूर्य की मकर संक्रांति होगी. इस आधार पर मकर संक्रांति 15 जनवरी सोमवार को मनाई जाएगी. उस दिन पौष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है.
मकर संक्रांति 2024 स्नान-दान मुहूर्त
15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन महा पुण्यकाल 07:15 एएम से 09:00 एएम तक है. उस दिन महा पुण्यकाल पौने दो घंटे है. महा पुण्यकाल में मकर संक्रांति का स्नान और दान करना श्रेष्ठ है. हालांकि उस दिन ब्रह्म मुहूर्त से ही मकर संक्रांति का स्नान-दान प्रारंभ हो जाता है और पूरे दिन तक चलता है. उस दिन ब्रह्म मुहूर्त 05:27 एएम से 06:21 एएम तक है. मकर संक्रांति वाले दिन वरीयान योग सुबह से रात 11:11 पीएम तक है.
रवि योग में मकर संक्रांति 2024
इस साल मकर संक्रांति के अवसर पर रवि योग बन रहा है. रवि योग सुबह 07 बजकर 15 मिनट से सुबह 08 बजकर 07 मिनट तक है. उसके बाद अगले दिन सुबह 06 बजकर 10 मिनट से सुबह 07 बजकर 15 मिनट तक है. इस योग में स्नान, दान और सूर्य की पूजा करना बहुत ही कल्याणकारी होता है.
कैसे बनता है रवि योग?
रवि योग का निर्माण तब होता है, जब चंद्रमा का नक्षत्र सूर्य के नक्षत्र से चौथे, छठे, नौवें, दसवें, तेरहवें या बीसवें होता है. कुंडली में रवि योग के कारण व्यक्ति का मान-सम्मान और प्रभाव बढ़ता है. वह उच्च पद प्राप्त कर सकता है. व्यक्ति दान और सहयोग भी करता है. रवि योग सभी दोषों को नष्ट करता है. इस योग में आप जो भी कार्य करते हैं, उसका शुभ फल प्राप्त होता है.
मकर संक्रांति: रवि योग में सूर्य पूजा होंगे 5 बड़े फायदे
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रवि योग में सूर्य पूजा करने से आपके जीवन के कष्ट दूर होने लगेंगे. सूर्य कृपा से आपकी आयु और सेहत में वृद्धि होगी. रोगों से मुक्ति मिल सकती है.
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रवि योग के समय आप कोई कार्य करते हैं तो उसमें सफलता प्राप्ति की संभावना अधिक होती है. इस योग के कारण सभी दोष दूर होते हैं और कार्य सफल होते हैं.
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रवि योग में भगवान भास्कर की पूजा करने से घर धन और धान्य से भरता है. मकर संक्रांति को सूर्य देव की कृपा से शनि महाराज का घर धन-धान्य से परिपूर्ण हो गया था.
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सूर्य देव की पूजा रवि योग में करने से करियर में तरक्की के मार्ग प्रशस्त होते हैं. मकर संक्रांति को आप सूर्य देव से जुड़ी वस्तुओं गुड़, लाल वस्त्र, घी, तांबा आदि का दान करें.
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रवि योग के शुभ फल को पाने के लिए अहंकार से दूर रहें. माता-पिता और बड़े-बुजुर्गों का अनादर न करें. नियम विरूद्ध कार्य न करें. अपने प्रभाव में वृद्धि के लिए सूर्य देव को पानी में लाल चंदन और लाल फूल डालकर अर्घ्य दें.
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