लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में 37 सीटें हासिल करने वाली समाजवादी पार्टी के लिए अब राज्य में परिस्थितियां बदली बदली नजर आ रहीं हैं। लोकसभा चुनाव से पहले फरवरी में हुए राज्यसभा के दौरान अखिलेश यादव से बगावत करने वाले सपा विधायकों को अब अपनी गलती का एहसास हो रहा है। कहा जा रहा है कि सपा के कुछ बागी विधायकों ने सपा प्रमुख से संपर्क किया है. सपा के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने यह दावा किया है।
उन्होंने कहा कि जिन विधायकों ने अखिलेश यादव के साथ राज्यसभा चुनाव के दौरान गद्दारी की थी अब वो सपा अध्यक्ष से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए वो अपने करीबियों का सहारा ले रहे हैं ताकि अखिलेश यादव उनसे बात करें. सपा नेता दावा किया अखिलेश यादव ने इन तमाम बागी विधायकों से बात करने से साफ इनकार कर दिया है।
सपा प्रवक्ता ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- राज्यसभा चुनाव के समय समाजवादी पार्टी से गद्दारी /धोखा देने वाले गद्दार विधायक कल परिणाम आने के बाद से अखिलेश यादव को माफी देने का संदेश भेज रहे है कि एक बार माफ कर दीजिए एक मौका दीजिए !! कुछ करीबियों से पैरवी कर माफी मांगने के लिये समय दिलवाने की गुजारिश कर रहे है।
अखिलेश यादव ने ग़द्दार विधायकों से मिलने से इंकार किया और पैरोकार को सुनाई खरी खरी !! आपको बता दें कि राज्यसभा चुनाव के दौरान सपा के सात विधायकों अभय सिंह, मनोज पांडे, राकेश सिंह, राकेश पांडे, पूजा पाल, विनोद चतुर्वेदी और अमरपाल मौर्य ने बागवत करते हुए बीजेपी के साथ दिया था. जिसकी वजह से राज्यसभा चुनाव में सपा के सिर्फ 2 ही प्रत्याशी जीत पाए थे. वहीं अमेठी से विधायक महाराजी देवी भी अनुपस्थिति रही, जिसका फायदा बीजेपी को हुआ. पार्टी में हुई इस बड़ी टूट के बाद अखिलेश यादव को भी झटका लगा था।