भारतीय टीम साल 2024 में एक नया आगाज करने की कोशिश करेगी। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला 3 जनवरी से केपटाउन में खेला जाएगा। इस मैच में एक बार फिर से टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली पर नजर रहने वाली है। विराट कोहली का बल्ला चला तो न केवल टीम इंडिया जीत सकती है, साथ ही वे खुद पाकिस्तान के दो दिग्गजों का कीर्तिमान एक साथ तोड़ने की करीब पहुंच गए हैं।
विराट कोहली के टेस्ट में ऐसे हैं आंकड़े, इंजमाम उल हक और जावेद मियांदाद पर संकट
विराट कोहली के टेस्ट आंकड़ों की बात की जाए तो वे अब तक 112 मुकाबले खेलकर 8790 रन बना चुके हैं। उनका अब तक का टेस्ट औसत 49.38 का है और स्ट्राइक रेट 55.44 का है। विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में तो अभी पीछे हैं, लेकिन उनके निशाने पर इंजमाम उल हक और जावेद मियांदाद का कीर्तिमान जरूर आ गया है। इंजमाम उल हक ने अपने टेस्ट करियर के दौरान 120 मुकाबले खेलकर 8830 रन बनाए हैं, वहीं जावेद मियांदाद ने 124 टेस्ट खेलकर 8832 रन बनाने का काम किया है। विराट कोहली को इंजमाम का रिकार्ड तोड़ने के लिए 41 रन और चाहिए, वहीं जावेद मियांदाद को पीछे करने के लिए 43 रनों की जरूरत है। जो काम विराट कोहली के लिए ज्यादा बड़ा नहीं है। कोशिश होगी कि एक ही पारी में इसे पीछे किया जाए, नहीं तो दूसरी पारी में तो जरूर ऐसा हो जाना चाहिए।
विराट कोहली का साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में प्रदर्शन
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में विराट कोहली बड़ी पारी तो नहीं खेल पाए थे, लेकिन फिर भी उन्होंने ठीकठाक बल्लेबाजी की। मैच की पहली पारी में विराट कोहली ने 64 बॉल पर 38 रन बनाए थे, जिसमें पांच चौके शामिल रहे। वहीं जब वे दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरे तो उनके बल्ले से 82 बॉल पर 76 रनों की पारी आई। इसमें 12 चौके और एक शानदार छक्का भी शामिल रहा। हालांकि इसके बाद भी भारतीय टीम को पारी और 32 रन से हार का सामना करना पड़ा था।
केपटाउन में अभी तक टेस्ट मैच नहीं जीत पाई है भारतीय टीम
टीम इंडिया पहला मैच हार चुकी है और सीरीज दो ही मैचों की है। इसलिए साउथ अफ्रीका में सीरीज जीत का सपना एक बार फिर से अधूरा ही रह जाएगा। वहीं अगर केपटाउन के आंकड़ों की बात करें तो भारत और साउथ अफ्रीका के बीच यहां अब तक 6 मैच हुए हैं, इसमें से 4 में साउथ अफ्रीका ने जीत दर्ज की है, वहीं दो मैच बराबरी पर खत्म हुए हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि भारतीय टीम के लिए केपटाउन टेस्ट जीतना आसान नहीं रहने वाला। देखना होगा कि रोहित शर्मा और उनकी टीम जब मैदान पर उतरेगी तो क्या रणनीति होगी और मैच का परिणाम क्या होगा।