कोलकाता के परेड मैदान में एक अनूठे समागम के तहत अलग-अलग पृष्ठभूमि के करीब एक लाख लोगों ने सामूहिक रूप से भगवत गीता का पाठ किया। पारंपरिक परिधान पहने अलग-अलग आयु वर्ग के लोग इस ऐतिहासिक जगह पर इकठ्ठा हुए। इस मौके पर सभी लोगों ने संतों के साथ मिलकर गीता का पाठ किया। वहीं पीएम मोदी ने भी इस कार्यक्रम को लेकर अपनी शुभकमनाएं दी हैं। इसके साथ ही आरएसएस के कई बड़े नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। कुल मिलाकर कोलकाता में इतने बड़े भागवत गीता का पाठ का आयोजन किया जाना बेहद ही खास है।
भाजपा नेता ने दिया बयान
इस कार्यक्रम पर विचार रखते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि ”भगवत गीता दुनिया को दिया गया भारत का सबसे बड़ा उपहार है। जो लोग इस कार्यक्रम का मजाक उड़ा रहे हैं उनके मन में हिंदू धर्म और इसकी परंपराओं के प्रति किसी तरह का सम्मान नहीं है। जो लोग हिंदुओं को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं वे अपने प्रयासों में कभी सफल नहीं हो पाएंगे।” बता दें कि यह कार्यक्रम पूरी तरह से गैर राजनीतिक है, लेकिन फिर भी इक कार्यक्रम को लेकर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
आरएसएस के कई नेता हुए शामिल
बता दें कि भाजपा की बंगाल इकाई और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कई बड़े नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए और गीता का पाठ किया। वहीं आयोजकों का कहना है कि इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए एक लाख 20 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस कार्यक्रम के प्रति अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनका मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में विभिन्न पृष्ठभूमियों के लोगों द्वारा भगवत गीता का पाठ करने से न केवल सामाजिक सौहार्द बढ़ेगा बल्कि देश की विकास यात्रा में भी नई ऊर्जा का संचार होगा।