भागलपुर : गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि के बाद सबौर प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ का पानी ऊपरी इलाकों में फिर से फैल गया है। एनएच 80 का डायवर्जन एक दिन पूर्व गंगा के पानी के दबाव में कट जाने के बाद सोमवार को एनएच कर्मियों ने सुबह से मरम्मत कार्य शुरू किया और ह्यूम पाइप भी लगाई गई। डायवर्जन के समीप लगभग 400 फीट तक ईट, बालू, मिट्टी और अन्य सामग्री से मरम्मत की जा रही है।
जहां ह्यूम पाइप कटकर बह गया था, वहां बालू भरी बोरियों से मजबूती की जा रही है। हालांकि पानी का दबाव कम हुआ है, लेकिन सबौर नगर पंचायत, बरारी, रजंदीपुर, फरका, ममलखा, शंकरपुर, लैलख, परघड़ी, बैजलपुर और चंदेरी पंचायत के इलाकों में आंशिक रूप से पानी घुस चुका है। खासकर रजंदीपुर, ममलखा और शंकरपुर पंचायत में पानी फैला हुआ है। नगर पंचायत सबौर के हरिजन टोला और एनएच 80 सड़क के पश्चिमी हिस्से में भी पानी फैला है। घोषपुर से खानकित्ता के पहले पुलिया तक सड़क में दरारें बढ़ रही हैं। सबौर से पश्चिम की तरफ जाने के लिए आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है।
सबौर प्रखंड मुख्यालय से कहलगांव, घोघा, दक्षिणी क्षेत्र, जाने का रास्ता बंद है। एनएच 80 का डायवर्जन कट गया है और राजपुर-मुरहन सड़क पर दो फीट तक पानी भर गया है, जिससे लोगों का आवागमन बंद हो गया है। घोषपुर-खानकितता के समीप नाव की व्यवस्था की गई है, जबकि गोराडीह मार्ग या ट्रेन के माध्यम से सबौर और अन्य जगहों पर जाने का एकमात्र विकल्प बचा है।
मसाढ़ू-ममलखा में सड़क कटाव की जद में
प्रखंड क्षेत्र के ममलखा पंचायत स्थित मसाढ़ू वार्ड नंबर एक में ग्रामीण पानी के दबाव से पूरी तरह कटाव की जद में है। यह सड़क फरका पंचायत के इंग्लिश एवं ममलखा पंचायत के मसाढु गांव को जोड़ने वाली सड़क है। जो एनएच 80 मसाढ़ू के समीप से सड़क गांव होते हुए ममलखा की ओर जाती है।