तमिलनाडु में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। दक्षिणी तमिलनाडु के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे रेल यात्रियों को बचाने के लिए रक्षा कर्मियों ने हेलिकॉप्टर की मदद से बचाव प्रयास शुरू कर दिये हैं। श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर फंसे लोगों को बचाने के लिए हेलीकॉप्टर से रस्सी और आवश्यक सहायक उपकरणों को नीचे लटकाया गया और एक लड़के सहित कई यात्रियों को वहां से निकाल कर हेलीकॉप्टर में लाया गया।
800 यात्री बाढ़ की वजह से फंसे
दक्षिणी रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘बचाव अभियान शुरू हो गया है, यात्रियों को निकाला जा रहा है।’’ भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर से गिराए गए भोजन के पैकेट रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों द्वारा यात्रियों को बांटे गए हैं। यात्रियों को श्रीवैकुंटम से 38 किमी दूर वांची मणियाच्चि रेलवे स्टेशन तक ले जाने के लिए बस सहित तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं। वांची मणियाच्चि स्टेशन से चेन्नई के लिए एक विशेष ट्रेन का संचालन किया जाएगा। थूथुकुडी और तिरुच्चेंदूर के पास श्रीवैकुंटम में लगभग 800 यात्री बाढ़ की वजह से फंसे हुए हैं।
अधिकांश हिस्सों में बारिश रुकी
हालांकि, दक्षिणी तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों में बारिश लगभग रुक गई है, लेकिन बाढ़ के प्रभाव से लोगों को अब भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), वायुसेना, रेलवे और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य के लिए समन्वित प्रयास कर रहे हैं। सोमवार तड़के से फंसे यात्रियों ने श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के डिब्बों में ही रात बिताई। 300 लोगों को पास के एक स्कूल में आश्रय दिया गया था और अन्य लोग श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर ही थे।
नौकाएं भी तैनात
दिल्ली में मौजूद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार रात मंत्रियों और तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी तथा तेनकासी के जिलाधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की और उनसे बचाव कार्य में तेजी लाने को कहा। दक्षिणी जिलों में बाढ़ का पानी निकालने के लिए चेन्नई से अतिरिक्त पंप भेजे गए हैं और बचाव अभियान के तहत लगभग 200 नौकाएं भी तैनात की गई हैं।बता दें कि दक्षिणी तमिलनाडु के 39 क्षेत्रों में अत्यंत भारी बारिश दर्ज की गई है। तूत्तुक्कुडि, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा दर्ज की गई और दक्षिणी तमिलनाडु में अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई।