कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अपनी सहकर्मी के साथ हुए बलात्कार और हत्या के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन 15वें दिन भी जारी है।
इस बीच, शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के पानीहाटी स्थित पीड़ित जूनियर डॉक्टर के आवास से जूनियर डॉक्टरों के आमरण अनशन स्थल एस्प्लेनेड तक एक विशाल रैली आयोजित की जाएगी।
आरजी कर बलात्कार और हत्या के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे जूनियर डॉक्टरों के संगठन पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट (डब्ल्यूबीजेडीएफ) ने आम लोगों को रैली में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है। साथ ही कहा है कि उनकी मांगों के समर्थन में राज्य के हर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, चाहे वह सरकारी हो या निजी, में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डब्ल्यूबीजेडीएफ ने शुक्रवार रात राज्य सरकार को चेतावनी दी कि यदि 21 अक्टूबर तक उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो हम अपना काम बंद कर देंगे और विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू करेंगे।।
डब्ल्यूबीजेडीएफ ने दावा किया है कि यह फैसला उनके वरिष्ठ सहयोगियों के साथ बातचीत के बाद लिया गया है। अब यह देखना है कि राज्य सरकार शनिवार को प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के साथ नए सिरे से बातचीत के लिए कोई पहल करती है या नहीं, ताकि जारी गतिरोध का कोई समाधान निकाला जा सके।
इस बीच, राज्य सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राज्य सरकार के विभिन्न नौकरशाहों, विशेषकर राज्य स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठकें कीं और विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों में बुनियादी ढांचे के अपग्रेडिंग कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली।
सीएम ने निर्देश दिए कि लंबित कार्य 25 अक्टूबर तक पूरे किए जाएं। दिवाली की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट में एक महत्वपूर्ण सुनवाई होनी है, इस दौरान राज्य सरकार द्वारा विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के उन्नयन (अपग्रेडिंग) कार्य पर एक रिपोर्ट देने की उम्मीद है।