सीबीआई आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या की जांच कर रही है। यह घटना पिछले महीने हुई थी। सीबीआई ने पीड़िता के पोस्टमॉर्टम के वीडियोग्राफर से पूछताछ करने का फैसला किया है।
घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों ने बताया, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी जिस तरीके से की गई थी, उसमें महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल ही नहीं किया गया। इसी वजह से जांच अधिकारियों को वीडियोग्राफर से पूछताछ करने की जरूरत महसूस हुई है।
सूत्रों के अनुसार, वीडियोग्राफर से पूछताछ करके जांच अधिकारी यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि क्या उसने इसकी रिकॉर्डिंग सामान्य तरीके से की थी या इसके लिए किसी ने कोई विशेष निर्देश दिया था।
जांच अधिकारियों का यह भी मानना है कि वीडियोग्राफर के साथ-साथ पोस्टमार्टम के समय मौजूद लोगों से पूछताछ से मामले में कुछ महत्वपूर्ण कड़ियां सामने आ सकती हैं, जिससे इस जघन्य बलात्कार और हत्या के पीछे गहरी साजिश का पता चल सकता है।
जांच अधिकारी पीड़िता के परिवार के सदस्यों और उसके करीबी पारिवारिक सहयोगियों से भी पूछताछ कर रहे हैं, ताकि उन परिस्थितियों के बारे में स्पष्ट जानकारी मिल सके, जिनके तहत उसके शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार किया गया, जबकि माता-पिता की इच्छा थी कि शव को कुछ समय तक सुरक्षित रखा जाए।
सीबीआई अधिकारियों का मानना है कि यदि शव को सुरक्षित रखा गया होता तो दूसरा पोस्टमार्टम संभव होता, जो जांच प्रक्रिया में बहुत उपयोगी होता, क्योंकि इससे अधिक जानकारी सामने आ सकती थी।