बिहार के मुजफ्फरपुर से लोगों के लिए यह काफी काम की खबर है। सीएम नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान मुजफ्फरपुर में जिन योजनाओं का निरीक्षण और अवलोकन किया था, उन सभी की प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है। यह जानकारी जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने दी है। उन्होंने कहा है कि जल्द ही मुजफ्फरपुर में पहले से अधिक बदलाव देखने को मिलेगा।
सुब्रत कुमार सेन कहा कि मुख्यमंत्री के तरफ से इन योजनाओं की मंजूरी के बाद न सिर्फ विकास की गति तेज होगी बल्कि आर्थिक मजबूती भी प्रदान होगी। इस दौरान उन्होंने 10 योजनाओं का जिक्र किया, जिसकी राज्य कैबिनेट में पिछले दिनों स्वीकृति प्रदान हुई है। इसमें सबसे प्रमुख और वर्षों से प्रस्तावित जिले के पूर्वी भाग मधौल से बखरी तक 17.5 किलोमीटर लंबी रिंग रोड का निर्माण शामिल है।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना पर करीब 1700 से 1800 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। हालांकि यह अनुमानित लागत है। संबंधित विभाग की ओर से इसका प्राक्कलन तैयार किया जाएगा। एनएचएआई की ओर से भी इसकी सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी है। इस फोरलेन रिंग रोड के निर्माण में भूमि अधिग्रहण का कार्य भी किया जाएगा। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि यह रिंग रोड मधौल होते हुए दिघरा तिरहुत नहर को पार करते हुए बखरी में जाकर एनएच-27 दरभंगा वाले फोरलेन में मिल जाएगी। इस मार्ग में तिरहुत नहर पड़ रहा है। डीएम ने बताया कि नहर प्रभावित ना हो, इसे देखते हुए इसके ऊपर से सड़क का निर्माण किया जाएगा। एलिवेटेड पथ भी आवश्यकता अनुसार बनाया जाएगा।
डीएम ने बताया कि इस रिंग रोड के बनने से यह सुविधा होगी कि पटना-हाजीपुर की ओर से आने वाले वाहनों को दरभंगा अथवा सीतामढ़ी या मझौली-चोरौत फोरलेन पर जाने के लिए शहर आने की जरूरत नहीं होगी। इसी प्रकार उस ओर से आने वाले वाहन भी बिना शहर आए पटना-हाजीपुर की ओर जा सकेंगे। इससे शहर में ट्रैफिक लोड कम हो जाएगा।