जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने राजद की ओर से निकाले गए राजभवन मार्च को राजनीतिक पाखंड कहा है। उन्होंने रविवार को जारी बयान में कहा है कि राजद को पश्चाताप मार्च निकालना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजद की ओर से आपराधिक घटनाएं संबंधित भ्रामक आंकड़े प्रस्तुत कर प्रदेश की जनता को बरगलाने का खेल चल रहा है। राजनीतिक तौर पर बेरोजगार हो चुका विपक्ष अब दुष्प्रचार की दुकान सजाकर बैठ गया है। उन्होंने कहा कि अपराध की छिटपुट घटनाओं पर झूठी चिंता जाहिर करने से पहले राजद को आईना जरूर देखना चाहिए।
उन्होंने राजनीति का अपराधीकरण के लिए राजद को जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासन के दौरान बिहार में अपहरण एक उद्योग के रूप में स्थापित हो चुका था।
रिपोर्ट के मुताबिक राजद के 15 वर्षों में 32 हजार से अधिक अपरहण के मामले दर्ज किये गए थे।