रोहन बोपन्ना ने सेमीफाइनल में पहुंचकर रचा इतिहास, 43 साल की उम्र में मिल गई नंबर-1 की कुर्सी
भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 में धमाकेदार अंदाज में जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह बना ली है। बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से ही बोपन्ना अब डबल्स में वर्ल्ड नंबर-1 खिलाड़ी बन जाएंगे। वह 43 साल के हो चुके हैं और इस उम्र में भी उनकी फुर्ती देखते ही बनती है। वह टेनिस के मेंस डबल्स में नंबर-1 बनने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने हैं और इसी के साथ उन्होंने बड़ा करिश्मा कर दिया है।
धमाकेदार प्रदर्शन का मिला इनाम
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 के क्वार्टरफाइनल में रोहन बोपन्ना और उनके साथी मैथ्यू एबडेन ने धमाकेदार जीत हासिल की है। उन्होंने उन्होंने अर्जेंटीना के मैक्सिमो गोंजालेज और एंड्रेस मोल्टेनी की जोड़ी को हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है। बोपन्ना और उनके जोड़ीदार ने विरोधी खिलाड़ियों के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 6-4 और 7-6 से आसान जीत दर्ज की। उनके आगे अर्जेंटीना के प्लेयर टिक ही नहीं पाए। बोपन्ना-एबडेन सेमीफाइनल में टॉमस मचाक और झिझेन झांग से भिड़ेगी। 43 साल के बोपन्ना क्वार्टरफाइनल में जीत के साथ ही मेंस डबल्स में नंबर-1 का स्थान पक्का कर लिया है। वह नंबर-1 की कुर्सी पाने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं।
ऐसा करने वाले चौथे भारतीय
रोहन बोपन्ना टेनिस में डबल्स में नंबर-1 का स्थान पर पाने वाले चौथे भारतीय हैं। उनसे पहले महेश भूपति, लिएंडर पेस और सानिया मिर्जा नंबर-1 बन चुके हैं। साल 2013 में रोहन बोपन्ना वर्ल्ड नंबर-3 की कुर्सी तक पहुंचे थे। बोपन्ना से पहले अमेरिका के राजीव राम 38 साल की उम्र में वर्ल्ड नंबर वन बने थे। लेकिन अब बोपन्ना ने राजीव राम का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में पहु्ंचे बोपन्ना
रोहन बोपन्ना ने आज तक डबल्स में ग्रैंडस्लैम नहीं जीता है और वह अपने करियर में पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। इससे पहले साल 2022 में वह फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचे थे। जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने अपने करियर में सिर्फ एक बार ही ग्रैंडस्लैम जीता है। साल 2017 में बोपन्ना ने मिक्सड डबल्स का खिताब अपने नाम किया था।
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