साउथ अफ्रीका की धरती पर अभी तक सिर्फ तीन भारतीय कप्तान ही जीत हासिल कर पाए हैं। इनमें महेंद्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़ और विराट कोहली शामिल हैं। रोहित शर्मा के पास सुनहरा मौका है कि वह इस खास लिस्ट में शामिल हो सकें। रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया साउथ अफ्रीका की धरती पर दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। पहला मैच 26 दिसंबर को सेंचुरियन में खेला जाएगा। लेकिन इससे पहले ही कप्तान रोहित शर्मा ने बड़ा बयान दिया है।
रोहित शर्मा ने दिया ये बयान
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि बतौर कप्तान वह चाहते हैं कि उनकी टीम वो हासिल करे जो भारतीय टीम बीते समय में दक्षिण अफ्रीका में हासिल करने में विफल रही। दक्षिण अफ्रीका में 1992 में पहली टेस्ट सीरीज के बाद से भारत को वहां कभी सफलता नहीं मिली है। रोहित ने मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वो हासिल करना चाहता हूं जो किसी ने भी दुनिया के इस हिस्से में हासिल नहीं किया है। रोहित अपने क्रिकेट भविष्य के बारे में बात नहीं करना चाहते और उनका कहना है कि वह बस खेल का लुत्फ उठाना चाहते हैं। उन्होंने अपनी योजना का खुलासा किए बिना कहा कि मेरे लिए जितना भी क्रिकेट बचा है वो खेलना चाहता हूं।
केएल राहुल के पहले टेस्ट में विकेटकीपिंग करने की उम्मीद है लेकिन कप्तान ने कहा कि यह इस विकेटकीपर-बल्लेबाज पर निर्भर करेगा कि वह इस फॉर्मेट में कितने लंबे समय तक विकेटकीपिंग करना चाहते हैं। लेकिन वह अभी इच्छुक है। भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ पहले ही कह चुके हैं कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में केएल राहुल विकेटकीपिंग करेंगे।
टीम के पास हैं दो अनुभवी स्पिनर
रोहित शर्मा ने कहा कि हम इतने साल से आ रहे हैं हमने सीरीज यहां पर कभी जीती नहीं है। अगर हमने यहां सीरीज जीती तो ये बहुत बड़ी बात हो जाएगी। वर्ल्ड कप की तुलना इस सीरीज से करना मुश्किल है। लेकिन ये अपने आप में एक बहुत बड़ी सीरीज है, बहुत इतिहास है अगर हम ये हासिल कर सकें। बहुत अच्छा लगेगा लड़कों को क्योंकि, इतनी मेहनत की है कुछ तो चाहिए हम लोगों को, इतना प्यार हम कर रहे हैं तो कुछ बड़ा हमको चाहिए। टीम में ऐसे लड़के हैं, जिनको देश के लिए अच्छा करना है। टीम में हर खिलाड़ी को अपना नेचुरल गेम खेलने की आजादी है। रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के रूप में हमारे पास दो अनुभवी स्पिनर हैं। वह पिछले कुछ सालों से बहुत अच्छा कर रहे हैं।