भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि 2000 रुपये के नोट वापस आ रहे हैं और अब केवल 10,000 करोड़ रुपये मूल्य के नोट ही लोगों के पास हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि ये नोट भी वापस आ जाएंगे या जमा करा दिए जाएंगे. आरबीआई ने 6 अक्टूबर को जानकारी दी थी कि लगभग 12000 करोड़ रुपये के ऐसे नोट अभी भी चलन में हैं और आरबीआई के पास वापस नहीं आए हैं.
बाजार में 10,000 करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट बाकी – आरबीआई गवर्नर
दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान अलग से बातचीत में उन्होंने कहा कि “2000 रुपये के नोट वापस आ रहे हैं और अभी बाजार में केवल 10,000 करोड़ रुपये के नोट बचे हैं. उम्मीद है कि ये नोट भी वापस आ जाएंगे.” इससे पहले गवर्नर दास ने कहा था चलन से वापस लिए गए 2,000 रुपये के 87 फीसदी नोट बैंकों में जमा के रूप में वापस आए हैं. जबकि शेष को अन्य मूल्य के नोटों से बदला गया है.
8 अक्टूबर से आरबीआई के ऑफिसेज में हो रहे हैं नोट जमा
आरबीआई ने इस महीने की शुरुआत में 2000 रुपये के नोट को वापस लेने के विशेष अभियान को सात अक्टूबर तक बढ़ा दिया था. सात अक्टूबर के बाद बैंक शाखाओं में नोट जमा करने और बदलने की सुविधा समाप्त कर दी गयी. आठ अक्टूबर से लोगों को रिजर्व बैंक के 19 कार्यालयों में नोट को बदलने या उपलब्ध करायी गयी राशि के बराबर बैंक खातों में जमा करने की सुविधा दी गयी.
20,000 रुपये की सीमा तक 2,000 रुपये के बैंक नोट बदल सकते हैं
व्यक्ति या संस्थाएं आरबीआई के 19 कार्यालयों में एक बार में 20,000 रुपये की सीमा तक 2,000 रुपये के बैंक नोट बदल सकते हैं. हालांकि, आरबीआई के कार्यालयों के जरिये बैंक खातों में 2,000 रुपये के नोट जमा कराने के लिए राशि की कोई सीमा नहीं है. आरबीआई ने इस साल 19 मई को 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी.