नरेंद्र मोदी कुछ देर बाद तीसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ लेने वाले हैं। लेकिन तीसरे कार्यकाल के शुरू होने से पहले ही एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा। सहयोगी दल एनसीपी में मंत्री पद को लेकर दो सीनियर लीडर्स में खिंच गई है। पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे के बीच कैबिनेट मंत्री बनने को लेकर खुलकर मतभेद सामने आए हैं। दोनों नेता अपनी-अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। केंद्र की नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का राजधानी दिल्ली में कुछ ही देर में शपथ ग्रहण कार्यक्रम है।
जिन लोगों को फोन गया, वे सभी मोदी से मिले
बीजेपी की ओर से अपने सभी सहयोगी दलों संदेश भेजा जा चुका है। जिन दिग्गजों को मंत्री बनाया जाना है, उन सभी को भी फोन के जरिए जानकारी दे दी गई है। जिन लोगों को मंत्री बनने को लेकर संदेश मिला है, वे लोग पीएम आवास पर जाकर नरेंद्र मोदी से भेंट भी कर चुके हैं। इसी बीच एनडीए के घटक दल एनसीपी में मतभेद की खबरें आई हैं।
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अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में दोनों नेताओं के बीच लड़ाई शुरू हो गई है। दोनों में से कोई नेता अपनी-अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं है। प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे में से कौन मंत्री बनेगा? यह देखने वाली बात होगी। सुनील तटकरे का कहना है कि वे पार्टी के इकलौते सांसद हैं। इसलिए उनका दावा सही है। वहीं, प्रफुल्ल 6 बार राज्यसभा सांसद बन चुके हैं। तटकरे पहले एक बार सांसद रह चुके हैं। वे 4 बार विधायक भी बन चुके हैं। बीजेपी ने इसे एनसीपी का निजी मामला बताया है। बीजेपी का कहना है कि इसे एनसीपी को खुद हल करना होगा।
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