राजस्थान की सियासत का बड़ा नाम और कांग्रेस पार्टी के लोकप्रिय चेहरे सचिन पायलट इस वक्त पर्सनल कारणों की वजह से सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं।
दरअसल 31 अक्टूबर को जैसे ही सचिन पायलट ने टोंक विधनसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया वैसे ही लोगों को पता चला कि वो तलाकशुदा हैं क्योंकि चुनावी एफिडेविट में सचिन ने अपनी पत्नी के नाम के आगे ‘तलाकशुदा’ लिखा था।
पत्नी के नाम के आगे ‘तलाकशुदा’ लिखा
जिसके बाद से तो ये बात सुर्खियां बन गई। लोग को एकदम से झटका लगा, हर कोई केवल यही सोच रहा है कि सचिन ने कि जिसे पाने के लिए ना जाने कितनी परेशानियां झेली थीं उससे वो अलग कैसे हो गए?
दोनों की 19 साल की शादी टूट गई
पायलट और उनकी पत्नी सारा अब्दुल्ला तो लोगों के लिए मिसाल थे, फिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों की 19 साल की शादी टूट गई।
सारा क्यों अलग हुए? कब अलग हुए?
साल 2018 के हलफनामे में सचिन पायलट ने अपनी पत्नी का नाम सारा पायलट लिखा था, इसका मतलब ये हुआ कि दोनों अलग बीते पांच सालों में हुए हैं और अगर नामांकन पत्र सामने नहीं आया होता तो ये बात किसी को पता भी नहीं चलती। सचिन और सारा क्यों अलग हुए? कब अलग हुए? अब तक इस बात का खुलासा क्यों नहीं हुआ? लोगों के मन में यही सारे सवाल चल रहे हैं।
दोनों ने शादी के लिए पापड़ बेले थे
दरअसल सचिन पायलट और सारा अब्दुल्ला की शादी बहुत मुश्किलों से हुई थी, दोनों ने एक होने के लिए बहुत पापड़ बेले थे। मालूम हो कि सचिन पायलट कांग्रेस के कद्दावर नेता राजेश पायलट के बेटे हैं।
विदेश में पढ़ाई के दौरान मोहब्बत परवान चढ़ी
सचिन को मोहब्बत हुई जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला की बेटी सारा अब्दुल्ला से, दोनों मिले तो एक फैमिली फंक्शन में थे लेकिन दोनों की मोहब्बत परवान तब चढ़ी विदेश में पढ़ाई के दौरान।
दोनों की शादी में धर्म बना था दीवार
सचिन वार्टन स्कूल ऑफ द यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया से एमबीए कर रहे थे और सारा भी वहीं थीं। इस दौरान दोनों में घनिष्ठता बढ़ी और दोनों एक-दूसरे को चाहने लगे। एमबीए के बाद तो सचिन इंडिया वापस आ गए और सारा वहीं रह गईं, ऐसे में दोनों को समझ आ चुका था कि अब दोनों का अलग रहना मुश्किल है, दोनों ने शादी करने का फैसला किया और सारा के इंडिया वापस आते ही दोनों ने अपने परिवारवालों को अपने रिश्ते की बात बता दी लेकिन दोनों को अंदाजा नहीं था कि दोनों की शादी की बात सुनकर परिवारवालों को करंट लग जाएगा।
साल 2004 में सचिन-सारा की शादी हुई थी
धर्म की वजह दोनों ही के परिवारवालों ने इस शादी के लिए मना कर दिया था लेकिन सचिन-सारा का प्यार पक्का था और इसी वजह से दोनों ने अपनी फैमिली को मनाने की ठानी, जिसमें सचिन तो सफल हो गए लेकिन सारा अपने घरवालों को नहीं मना पाई थीं। इसलिए साल 2004 में सचिन-सारा की शादी में सारा के घर से कोई भी शामिल नहीं हुआ था।
बच्चों की कस्टडी सचिन पायलट के पास
हालांकि अब्दुल्ला परिवार ने बाद में दोनों की शादी को स्वीकार कर लिया था। इस शादी से सचिन-सारा के दो बच्चे आरान और विहान हैं, जिनकी कस्टडी सचिन पायलट के पास है।
दोनों बच्चे पिता के पास हैं
आमतौर पर तलाक के मामले में बच्चों की कस्टडी मां को मिल जाती है लेकिन इस केस में दोनों बच्चे पिता के पास हैं जो कि एक और चौंकाने वाली बात है। आरन और विहान अभी छोटे हैं और स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं।
सार्वजनिक इवेट से दूर रहती हैं सारा
आमतौर पर सारा और उनके बच्चे राजनीति के आयोजनों से काफी दूर रहते थे। सारा बहुत ही कम किसी सार्वजनिक इवेट में सचिन पायलट के साथ दिखाई देती थीं इसलिए किसी के भी दिमाग में नहीं आया था कि सचिन पायलट मौजूदा दौर में सिंगल हैं।
राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान है
फिलहाल सचिन-सारा के अलग होने का कारण लोग बेसब्री से जानना चाहते हैं, हालांकि सच्चाई केवल सचिन-सारा को ही पता है और वो कब सामने आएगी, इस बारे में फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता है। आपको बता दें कि राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान है और इसके नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।