बिहार के गोपालगंज सदर अस्पताल में रोगी कल्याण समिति में पदस्थापित जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी ने शराबबंदी की धज्जियां उड़ा दी है. वह देर रात शराब के नशे में अस्पताल में पाया गया. आरोप है कि वह नशे में अस्पताल में महिला कर्मी के पास बैठकर छेड़छाड़ कर रहा था. अस्पातल में मौजूद कर्मियों ने इसकी शिकायत पुलिस को कर दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
“डायल 112 की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि जिला स्वास्थ्य समिति में जिला मूल्यांकन व अनुश्रवण पदाधिकारी अनुराग जीतन शराब के नशे में धुत है. सूचना के आधार पर डायल 112 की टीम सदर अस्पता पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उन्हें नगर थाना हाजत में रखा गया है. वहां से उनको न्यायालय में पेश किया जाएगा.” -स्वर्ण प्रभात, एसपी, गोपालगंज
सदर अस्पताल में है पदाधिकार: मिली जानकारी के नशे में धुत जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी की पहचान अनुराग जीतन के रूप में की गई है. इस घटना से अस्पताल में हड़कंप मच गया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर नगर थाना के हाजत में बंद कर दिया है. फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
“मेरे ऊपर लगाए गए आरोप में कोई सच्चाई नहीं है. अभी आरोप अभी स्थापित नहीं हुआ है. आरोप साबित होने के पहले जांच होगी. इस लिएमेडिकल जांच के लिए आए हैं.” -अनुराग जीतन, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी
नशे में सीएस के चेंबर में पहुंचा पदाधिकारी: दरअसल इस संदर्भ में सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी अनुराग जीतन को चेंबर में बुलाया गया. जब चेंबर में आए लड़खड़ा रहे थे. शराब पीने के बात पूछा गया तो उन्होंने रिजाइन लेटर दे कर कहा कि मुझे नौकरी नहीं करनी है. इसके बाद महिला कर्मियों के पास बैठ गए और कुछ लोगों को धमकी और गाली गलौज करने लगे. जिसके बाद किसी ने पुलिस को फोन कर बुलाया।