साहिबगंज डीसी की बढ़ेंगी मुश्किलें, कारतूस और सैलरी ने फंसाया
झारखंड के एक और आईएएस अफसर पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है. साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव बुधवार को ईडी की रेड के बाद जांच के दायरे में आ गए हैं. अवैध कारतूस, रिश्वत के पैसे और सैलरी तीनों के फेर में साहिबगंज डीसी फंस गए हैं. जानकारी के अनुसार ईडी के द्वारा गुरुवार या शुक्रवार को साहिबगंज डीसी से पूछताछ के लिए समन जारी किया सकता है।
क्या है पूरा मामला
बुधवार को ईडी ने साहिबगंज डीसी के आवास, कार्यालय और उनके राजस्थान स्थित आवास पर एक साथ रेड किया था. रेड के दौरान साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव के पास से रिश्वत में मिले आठ लाख रुपए के साथ साथ नाइन एमएम पिस्टल की 14 कारतूस भी मिले हैं. ईडी के मुताबिक, बुधवार को ईडी की टीम ने जब डीसी के ऑफिस में छापा मारा तो फाइल के बीच लिफाफे में आठ लाख रुपए मिले, वहीं दफ्तर में गोलियां भी मिली. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, डीसी से बरामद पैसों और गोलियों के विषय में पूछा तो उन्होंने सीधे अनभिज्ञता जारी की. एजेंसी के अधिकारियों ने मौके पर अन्य कर्मियों से पूछताछ की, तब जानकारी मिली कि मंगलवार को डीसी को आठ लाख रुपए आए थे. ये पैसे किन स्रोतों से आए हैं, ईडी यह जांच कर रही है. ईडी अधिकारियों के मुताबिक, अवैध गोली की बरामदगी के मामले में एजेंसी स्थानीय थाने में केस दर्ज कराएगी।
सैलरी से पैसे नहीं निकाले
ईडी ने जांच में पाया है कि डीसी रामनिवास यादव ने साहिबगंज में पोस्टिंग के बाद अपने सैलरी अकाउंट से कभी पैसे नहीं निकाले. ईडी ने इस विषय में भी बुधवार से उनसे पूछताछ की है कि बगैर सैलरी खाते से निकासी से वह कैसे गुजारा करते थे. एजेंसी ने जांच में पाया है कि एजेंसी के द्वारा जब उन्हें समन किया गया था, उसके बाद उन्होंने सैलरी खाते से निकासी शुरू की थी।
गिरफ्तारी की तलवार लटकी
रामनिवास यादव झारखंड के तीसरे आईएएस अधिकारी हैं, जिनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, इससे पहले पूजा सिंघल और छवि रंजन ईडी के शिकंजे में आकर जेल में बंद है. अगले दो दिनों में ईडी दफ्तर में रामनिवास यादव से पूछताछ की जाएगी।
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