अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ(s.siddharth) ने बिहार के शिक्षा विभाग (Bihar Education depatrment) को दुरुस्त करने का बीड़ा क्या उठाया, विभाग के अन्य अधिकारी भी अपने अपने जिलों में एक्टिव हो गए हैं और लगातार लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों और हेडमास्टर के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। सीवान में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 128 हेडमास्टर (headmaster) की सैलरी काटने(Salary cut) का आदेश जारी कर दिया है।
दरअसल, सीवान में स्कूली बच्चों का अपार कार्ड बनाने में लापरवाही बरतने वाले जिले के 128 स्कूलों के हेडमास्टर शिक्षा विभाग के निशाने पर आ गए हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने अपार कार्ड बनाने में शिथिलता बरतने वाले 128 प्रधानाध्यापकों का तीन दिन का वेतन काटने का निर्देश जारी किया है।
128 प्रधानाध्यापकों में दारौंदा के 9, दरौली के 6, बसंतपुर के 11, बड़हरिया के 28 समेत 128 स्कूलों के हेडमास्टर शामिल हैं। बता दें कि जिले के सभी निजी और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का अपार कार्ड यानी आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री बनाया जाना है। इस काम में लापरवाही बरतने पर सीवान के 128 प्रधानाध्यापक का तीन दिन का वेतन काटने का आदेश जारी कर दिया है।
क्या है बच्चों का अपार कार्ड
यह आईडी सभी स्कूली बच्चों के आधार संख्या पर आधारित होगा, जो स्कूली बच्चों के स्कूल ट्रांसफर के समय काम आएगा। 18 साल की आयु होने पर उनके नाम से खुद मदतादा पहचान पत्र बनाने के लिए शामिल किया जा सकेगा। इसके लिए स्कूलों को अभिभावकों के साथ बैठक करने का निर्देश दिया गया है। इस योजना के तहत स्कूली छात्रों के पास जल्द ही अपनी विशिष्ठ पहचान संख्या होगी। यू डायस पोर्टल के माध्यम से ही अपार आईडी बनाई जा सकेगी। इसके लिए विद्यार्थियों के अभिभावकों से पहले सहमति पत्र लिया जाएगा।