उद्योग विशेषज्ञों ने मंगलवार को कहा कि प्रीमियमीकरण की प्रवृत्ति के बीच खर्च योग्य आय में वृद्धि के साथ, हाल की तिमाहियों में देश में लक्जरी स्मार्टफोन की बिक्री में वृद्धि हुई है।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, एक लाख रुपये और उससे ऊपर के स्मार्टफोन की शिपमेंट में साल-दर-साल आधार पर मौजूदा कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही में 20 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस साल की पहली छमाही में एक लाख रुपये और उससे ऊपर के सेगमेंट की बाजार हिस्सेदारी एक प्रतिशत से कुछ अधिक रही।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के निदेशक तरुण पाठक ने आईएएनएस को बताया, “दूसरी छमाही में सैमसंग गैलेक्सी फोल्डेबल्स और नए एप्पल आईफोन सीरीज के आगमन के साथ इस हिस्सेदारी में मामूली वृद्धि की उम्मीद है।”
उन्होंने आगे बताया कि 2021 में देश में लग्जरी या सुपर-प्रीमियम स्मार्टफोन की बिक्री 14 प्रतिशत बढ़ी थी। अगले साल 2022 में इसमें 96 प्रतिशत और 2023 में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई। साल 2023 में सैमसंग ने सुपर-प्रीमियम स्मार्टफोन बाजार में 52 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की, जबकि एप्पल की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत रही।
साइबर मीडिया रिसर्च (सीएमआर) के उपाध्यक्ष-इंडस्ट्री रिसर्च ग्रुप प्रभु राम के अनुसार, भारतीय स्मार्टफोन बाजार में प्रीमियमाइजेशन की लहर लगातार मजबूत हो रही है। उन्होंने आईएएनएस को बताया, “उपभोक्ता अब उन स्मार्टफोन डिवाइसेज को प्राथमिकता दे रहे हैं जो न केवल बेहतर विशेषताएं और फीचर्स प्रदान करते हैं, बल्कि एक लाइफस्टाइल स्टेटमेंट के रूप में भी कार्य करते हैं।”
उनके अनुसार, पहली छमाही में एक लाख रुपये और उससे ऊपर के ऊबर-प्रीमियम स्मार्टफोन ने देश में सालाना आधार पर 80 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। अप्रैल-जून तिमाही में, सैमसंग ने मूल्य के हिसाब से 25 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बाजार में प्रमुखता हासिल की, इसके बाद विवो और एप्पल का स्थान है। हालांकि, हाल ही में आईफोन की पूरी रेंज में कीमतों में कटौती के चलते एप्पल के अगली तिमाही में फिर से उबरने की उम्मीद है।
इस साल की दूसरी तिमाही में, भारत में 5जी स्मार्टफोन की बाजार हिस्सेदारी रिकॉर्ड 77 प्रतिशत रही, जिसका मुख्य कारण उनका घटता औसत बिक्री मूल्य (एएसपी) है।