पटना के बुद्धा कालोनी थाना क्षेत्र के दुजरा की गांधी गली में रहने वाली ललिता देवी (80) की सोमवार की देर रात घर में घुसकर हत्या कर दी गई। वे दो मंजिला मकान के निचले तल पर अकेली रहती थीं, जबकि दूसरे फ्लोर पर ब्वायज हॉस्टल है।
मंगलवार की सुबह 10 बजे जब घर का काम करने वाली नौकरानी रोज की तरह आई और काफी देर तक खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला, तब उसने पड़ोसियों को जानकारी दी। लोग पहुंचे और पीछे के ग्रिल के रास्ते जाकर देखा तो ललिता देवी का शव बिस्तर पर पड़ा था।
कमरे का सारा सामान तितर बितर
कमरे का सारा सामान तितर-बितर था। अलमारी का लॉक भी टूटा मिला। ललिता देवी के सभी जेवर और पर्स गायब मिले। इससे अनुमान है कि लूटपाट का विरोध करने पर उनकी हत्या कर दी गई। ललिता देवी, स्व अयोध्या भगत की दूसरी पत्नी थीं।
उन्हें दूसरी पत्नी से एक बेटा भीम प्रसाद हैं, जो रांची में सेल्स टैक्स कमिश्नर बताए जाते हैं। वारदात की सूचना मिलने के बाद भीम प्रसाद रांची से पटना के लिए निकल चुके हैं।
बताया जाता है कि स्व. अयोध्या भगत दुजरा क्षेत्र के जमींदार थे। ललिता देवी के मकान के आसपास उनके सौतेले बच्चों का मकान है।
छज्जे पर कैमरे का काटा तार
जमीन और मकान संबंधित कोई विवाद अभी तक सामने नहीं आया है। सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध रात 12:20 बजे निकलते दिख रहा है।
सीसी कैमरे का तार काट दिया गया था। ललिता देवी के घर के दाहिने तरफ सटी हुई जमीन पर उनके सौतेले बेटे शत्रुघ्न भगत का मकान बन रहा है।
अंदेशा है कि अपराधी उसी रास्ते आए। छज्जे पर चढ़कर कैमरे का तार काट दिया, लेकिन मेन गेट पर लगे कैमरा का कनेक्शन नहीं कटा। इस कारण मुख्य द्वार से निकल रहे संदिग्ध की तस्वीर आ गई।
श्वान दस्ता और एफएसएल ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। थानेदार पिंकी प्रसाद ने बताया कि लूट सहित अन्य बिंदुओं पर जांच की जा रही है। सिटी एसपी सेंट्रल वैभव शर्मा ने बताया कि लूटपाट का विरोध करने पर गला दबाकर हत्या की आशंका है।