बिहार के बेगूसराय की बीपीएससी शिक्षिका ने अपनी पहली सैलरी से झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण किया. बच्चों को बैग, कलम, कॉपी, वाटर बोतल आदि का वितरण किया गया. स्नेहा की इस कोशिश की आज हर तरफ लोग तारीफ कर रहें है।
पहली कमाई बच्चों में बांटीः बताते चलें कि श्रीकृष्ण नगर निवासी राजेश कुमार की बेटी स्नेहा शर्मा ने बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर शिक्षिका बनीं. स्नेहा शर्मा राधा देवी कन्या मध्य विद्यालय नावकोठी में नियुक्त हुई है. शिक्षिका बनने के बाद स्नेहा शर्मा ने अपने जीवन की पहली कमाई को इधर-उधर खर्च खर्च करने के बदले पहले महीने की कमाई को बच्चों की पाठशाला के बच्चों के बीच कलम कॉपी, स्कूल बैग, वाटर बोतल आदी का वितरण कर किया।
“ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे इन जरूरतमंद के बीच कुछ करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. अपने लिए तो सब जीते हैं लेकिन अपने आमदनी का कुछ हिस्सा जरूरतमंद बच्चों के बीच बांटकर मैं बहुत खुश हूं.” -स्नेहा, शिक्षिका
झुग्गी झोपड़ी के बच्चों को पढ़ाती है संस्थाः बताते चलें कि बच्चों की पाठशाला के संचालक झुग्गी झोपड़ी के बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं. यह संस्था माया कौशल्या फाउंडेशन द्वारा जनसहयोग से पिछले 5 मई 2019 से संचालित है. संध्या के समय 90 मिनट बच्चों को पढाया जाता है और सुबह में 90 मिनट ताइक्वांडो की ट्रेनिंग दी जाती है. इस पाठशाला में लोहिया नगर ओवरब्रिज के नीचे रहने वाले झुग्गी झोपड़ी के सैकड़ों बच्चों को पढ़ाने का काम किया जाता है।
बच्चों में खुशी का माहौलः पाठ्य सामग्री मिलने से बच्चों में खुशी दिखने को मिली. इस संबन्ध में पाठशाला के संचालक रौशन कुमार ने कहा कि स्वेच्छा से किया गया दान पाठशाला परिवार को उत्साहित करता है. स्नेहा शर्मा जैसे लोगों की वजह से ही बच्चों की पाठशाला का संचालन अब तक हो रहा है. ऐसे मददगार मिलते रहे तो सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. इस पर मौके पर विक्की भाटिया, मृत्युंजय कुमार आदि मौजुद थे।
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