पटना:; 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी से मुकाबला करने के लिए सभी विपक्ष की पार्टियां एकजुट हो रही हैं। इसी कड़ी में बीते मंगलवार को विपक्षी एकता की बैठक समाप्त होने के बाद प्रेंस कॉफ्रेंस का आयोजन किया गया। बड़ी बात यह रही कि कांफ्रेस में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही मौजूद नहीं थे।
बता दें कि विपक्षी एकजुटता की शुरूआत नीतीश कुमार ने ही की थी। ऐसे में दूसरी बैठक के बाद आयोजित हुई प्रेस वार्ता में नीतीश कुमार का मौजूद ना होना कई सवालों को खड़ा कर रहा है।वहीं विपक्षी दल इस मामले पर लगातार नीतीश कुमार की चुटकी ले रहे हैं। बिहार बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार का सपना टूट गया है यही कारण है कि वह बेंगलुरु से चुपचाप निकल लिए हैं।
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी बुधवार को दिल्ली में मौजूद थे। जहां नीतीश कुमार के बैठक से वापस आने को लेकर कहा कि नीतीश सपना देख रहे थे और सपना टूटेगा तो वह करेंगे क्या ? लालू यादव ने सपना दिखाया था कि प्रधानमंत्री बनाएंगे और वहां प्रधानमंत्री कोई मान ही नहीं रहे तो क्या करेंगे। बेचारे चुपचाप चल दिए।
नीतीश कुमार के एनडीए में फिर शामिल होने के सवाल पर सम्राट चौधरी ने कहा कि, नीतीश कुमार के लिए स्पष्ट है कि कोई दरवाजा नहीं खोला है। नीतीश कुमार के लिए सौ प्रतिशत दरवाजा बंद है। उनकी एनडीए में अब कोई एंट्री नहीं है। सम्राट ने कहा कि, हम सभी भ्रष्टाचार से लड़ेंगे, एनडीए भ्रष्टाचार से लड़ेगा, भ्रष्ट्राचार से लड़कर इन तमाम पार्टियों के गठबंधन को हराने का काम करेगा। हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेगें। और महागठबंधन को हराने का काम करेंगे।