भागलपुर। खंजरपुर की संध्या मिश्रा आस्था की मिसाल हैं। इस बार अकेले 67 परिवारों के 136 सूप की पूजा करेंगी। दिल्ली, नागपुर, बेंगलुरु, रांची आदि के परिचित भी उनसे सूप की पूजा करायेंगे। छठ पूजा नजदीक आते ही मिश्रा टोली, खंजरपुर में चहल-पहल बढ़ गयी है। व्रती बड़ी खंजरपुर स्थित दुर्गास्थान के पास बनाये पोखर में भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगी।
62 वर्षीय व्रती संध्या मिश्रा ने बताया कि पहली बार 1989 में 21 सूप से छठ पूजा की शुरुआत की थी। उस समय ससुर वीरेंद्र किशोर मिश्रा ने पूजा करने के लिए घर के पास ही पोखर का निर्माण कराया था। इस बार उनका छह सूप है। साथ ही परिवार वालों का 50 सूप है। बाकी रिश्तेदारों व परिचितों के सूप की पूजा होगी। उन्होंने बताया कि आस्था के महापर्व में जिनका भी सूप होता है। सभी लोग मदद करने उनके घर पहुंचते हैं। इस पर्व में हर किसी का सहयोग मिलता है और घर का नजारा भी भक्तिमय हो जाता है। उधर संध्या मिश्रा के पति विनय मिश्रा ने बताया कि बढ़ती उम्र के साथ भी उनसे जो किसी ने सूप की पूजा करने को कहा वह मना नहीं की। पर्व में सभी परिवार का सहयोग रहता है जिससे पूजा आसानी से संपन्न हो जाती है। इस बार दिल्ली, मुंगेर व भागलपुर के चार परिवारों का सूप बढ़ा है। व्रती संध्या मिश्रा से सूप की पूजा कराने वाले तिलकामांझी के प्रणव दास ने बताया कि उनके भी सूप की पूजा 1989 से उनके द्वारा ही हो रही है। छठ मां की कृपा से हर मनोकामनाएं पूरी हो रही है। आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ पांच नवंबर से शुरू हो रहा है।
नया बाजार की अंजू करेंगी 51 सूप की पूजा
नया बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर में रहने वाली अंजू देवी 51 सूप की पूजा करेंगी। इसमें खुद का उनका सूप मात्र छह है। अंजू ने बताया कि दिल्ली के एक परिवार का पांच सूप होता है। इसके बाद इंदौर के लोगों के अलावा स्थानीय स्तर पर लालूचक, भीखनपुर, मुंदीचक, नया बाजार आदि जगहों के परिचितों का सूप है। वो पिछले छह सालों से छठ पूजा कर रही हैं। इससे पूर्व उनकी सास शकुंतला देवी 50 साल से पर्व करती आ रही थीं।