राजधानी पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक होगी. जिसमें राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल होंगे. विपक्षी दल की होने वाली बैठक पर बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह पश्चिम चंपारण सांसद संजय जायसवाल ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि यह बैठक 25 जून को करनी चाहिए. ताकि इमरजेंसी काल में लड़ाई लड़ने वाले यह देख सके कि आज किस तरह लालू यादव और नीतीश कुमार कांग्रेस की गुलामी कर रहे हैं।
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने गुरुवार को अपने बेतिया आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राहुल गांधी के आदेश पर नीतीश कुमार ने 12 जून को होने वाली विपक्षी दलों के सम्मेलन को 23 जून को कर दिया है. उन्हें यह सम्मेलन 23 जून के बजाय इमरजेंसी दिवस के अवसर पर 25 जून को करनी चाहिए. ताकि इमरजेंसी काल में लड़ाई लड़ने वाले यह देख सके कि आज किस तरह लालू यादव और नीतीश कुमार कांग्रेस की गुलामी कर रहे हैं।
वहीं सुल्तानगंज अगुवानी घाट को जोड़ने वाला पुल ध्वस्त पर बीजेपी के सांसद डॉ संजय जयसवाल ने तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी यादव पर लापरवाही का आरोप लगते हुए उन्होंने कहा कि ‘लापरवाही की वजह से एक बार पुल टूट चुका है. तब दोबारा पुल बनाना वह भी बिना जांच रिपोर्ट के, ये तेजस्वी यादव की घोटालेबाज नीति को दर्शाता है।
संजय जयसवाल ने कहा कि गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल गिरने के मामले में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव झूठ बोल रहे हैं. जब पहली बार पुल गिरा था, उस समय नितिन नवीन ने कांट्रैक्टर के काम पर रोक लगा दी थी. जांच के लिए लिखा था. अगस्त में तेजस्वी यादव पथ निर्माण मंत्री बने. सितंबर में तेजस्वी यादव जी से क्या डील हुई, यह तो वही बता सकते हैं, लेकिन अक्टूबर से फिर पुल का निर्माण शुरू हो गया. जब पुल ढह गया तब तेजस्वी जी को याद आया कि उसकी डिजाइन में गड़बड़ी थी।