बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संरक्षक जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी के इस्तीफे के बाद बिहार में सियासी हलचल बढ़ गई है. हालांकि वह एनडीए के साथ जाएंगे या आगे क्या करेंगे इस पर उन्होंने कुछ साफ नहीं किया है लेकिन महागठबंधन सरकार के खिलाफ अलग-अलग पार्टियों से प्रतिक्रिया आने लगी है।
मंगलवार को संतोष मांझी के इस्तीफे के बाद आरएलजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा- “जर्जर किला को ढहने के लिए एक-एक नहीं, बल्कि एक ईंट का खिसकना ही काफी है. यह तो मात्र ट्रेलर है. देखते जाइए, एक के बाद एक दृश्य. जल्दी ही “द एंड” वाला सीन भी आ ही जाएगा।
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा जब जेडीयू छोड़कर अलग हुए थे तो उन्होंने उसी वक्त कहा था कि महागठबंधन सरकार में सब ठीक नहीं है. उन्होंने कहा था कि कई विकेट गिरेंगे. धीरे-धीरे अब सब खुलकर सामने आने भी लगा है. उपेंद्र कुशवाहा के अलग होने के बाद पूर्व सांसद मीना सिंह ने भी जेडीयू का साथ छोड़ दिया था. कई छोटे पदों पर भी नेता और कार्यकर्ता जेडीयू से अलग हो चुके हैं. अब एक बार महागठबंधन सरकार में संतोष मांझी के इस्तीफे के बाद बिहार में फिर से सियासी हलचल तेज हो गई है।