सारण के लाल ने किलिमंजारो पर लहराया तिरंगा, रेल दुर्घटना में कट गया था उदय का एक पैर
सारण जिले के बनियापुर प्रखंड स्थित बारोपुर गांव के उदय कुमार ने इतिहास रचा है। उन्होंने न सिर्फ सारण बल्कि पूरे बिहार सिर गर्व से ऊंचा किया है। 91 फीसदी दिव्यांग उदय ने बैसाखी के सहारे चढ़कर अफ्रीकी देश तंजानिया में स्थित अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा फहराया है।
केतूके मिशन के तहत ग्रुप कैप्टन जय किशन के नेतृत्व में भारत की एक टीम ने तंजानिया की सर्वश्रेष्ठ चोटी किलिमंजारो पर चढ़कर 78वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में 7800 स्क्वॉयर फीट का तिरंगा झंडा लहराया। इस टीम में शामिल एक पैर से निशक्त उदय कुमार ने बैसाखी के सहारे 19341 फिट ऊंची चोटी पर चढ़ाई की।बैसाखी के सहारे इतनी ऊंची चोटी पर चढ़ने वाले वे पहले पुरुष हैं। टीम ने तंजानिया में थल, जल व वायु तीनों जगह तिरंगा लहराया।
उदय कुमार का एक पैर 29 अक्टूबर, 2015 को रेल दुर्घटना में कट गया था। वर्तमान में वह कोलकाता की एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करते हैं, लेकिन वह इतने जुनूनी हैं कि मामूली वेतन होने के बावजूद ‘नो वर्क नो पे‘ के तहत छुट्टियां लेकर मैराथन में भाग लेते रहते हैं। अब तक देश के 11 राज्यों में वे लगभग 75 मैराथन में भाग ले चुके हैं, जिसमें 21 किलोमीटर तक दौड़ भी शामिल है। उनका अगला लक्ष्य माउण्ट एवरेस्ट है। कंचनजंगा से किलिमंजारो मिशन में ग्रुप कैप्टन जय किशन, उदय कुमार, सूबेदार मेजर महेन्द्र यादव, डॉ. श्रुति, पावेल, सुलोचना तामांग शामिल थीं।
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