बिहार सरकार ने किसानों की आय को बढ़ाने के लिए एक नई योजना शुरू की है. इस योजना के अंतर्गत, मधुमक्खी पालन और शहद उत्पादन कार्यक्रम के तहत 2200 मधुमक्खी बक्से लगाए जाएंगे. जिससे किसान कम लागत में अच्छी आय कमा सकेंगे. बिहार सरकार की तरफ से इस योजना के तहत मधुमक्खी पालकों को 75 से लेकर 90 प्रतिशत तक सहायता प्रदान की जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत सरकार 4 हजार रुपये प्रति लागत वाली मधुमक्खी की पेटी सामान्य जाति को 1 हजार रुपये और एससी-एसटी को 400 रुपये में मधुमक्खी के बक्से और छत्ते भी देती है. इसमें सामान्य जाति को 75% और एससी-एसटी को 90% तक की सब्सिडी दी जा रही है. इसके लिए कृषि मंत्रालय का बागवानी निदेशालय पोर्टल खोला जाएगा, जिसके जरिए लोग योजना का लाभ उठा सकेंगे।
बॉक्स के साथ मिल रहा बॉनस
सरकार ने इस योजना के तहत मधुमक्खी पालकों को 400 रुपये में एक बॉक्स और छत्ता प्रदान कर रही है. छत्ते में रानी, ड्रोन और श्रमिकों के साथ 8 फ्रेम होंगे, जिनकी आंतरिक दीवारें मधुमक्खियों और कलियों से ढकी होंगी. यह छत्ता 400 रुपये में बहुमुखी सब्सिडी के साथ मिलेगा।
मधुमक्खी पालन के लाभ
मधुमक्खी पालन से प्रति वर्ष 40 किलोग्राम शहद प्राप्त हो सकता है, जिसे बाजार में 400 से 500 रुपये प्रति किलो में बेचा जा सकता है. इस तरह मधुमक्खी पालक प्रति वर्ष 16 हजार रुपये से 20 हजार रुपये की कमाई कर सकते हैं. यह योजना किसानों को कम लागत में अच्छी आय कमाने का अवसर प्रदान करती है और उन्हें आर्थिक सुरक्षा में मदद कर सकती है।