पतित-पावन सावन का महीना प्रारंभ हो चुका है. इस महीने में प्रकृति काफी खुबसूरत दिखने लगती है. चारो तरफ हरियाली नजर आने लगती है. यह महीना बाबा भोलेनाथ को काफी पसंद है. कहा जाता है कि महादेव को प्रसन्न करने के लिए ये सबसे उत्तम समय होता है. इस समय वो तनिक से प्रयास में खुश हो जाते हैं. भगवान शंकर को प्रसन्न करना जितना आसान है, उन्हें क्रोध भी उतनी जल्दी ही आता है. सावन में एक जरा सी भूल आपको शंभूनाथ के क्रोध का शिकार बना सकती है. हिंदू धर्मग्रंथों में भी वर्णित है कि इस संसार में महादेव के क्रोध का सामना आजतक कोई नहीं कर पाया है. लिहाजा सावन में भूलकर भी ये 5 बातें ना करें।
तामसिक भोजन से दूर रहें- सावन के महीने में व्यक्ति को भूलकर भी मांस, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दौरान इन चीजों का सेवन करने से शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है. सावन महीने में लहसून, प्याज और बैंगन खाने से बचना चाहिए।
तेल ना लगाएं- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीने में किसी भी व्यक्ति को अपने शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए. सावन के इस पवित्र माह में तेल का दान करना शुभ माना जाता है।
दूध का सेवन ना करें- हिंदूधर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, सावन के पवित्र माह में शिवलिंग पर दूध अर्पित किया जाता है तो भूलकर भी व्यक्ति को दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
दिन को सोये नहीं- सावन के महीने में दिन के समय में सोना वर्जित है. इससे राजा भी दरिद्र हो जाता है।
किसी का अनादर ना करें- भगवान शिव की नजरों में हर प्राणी एक समान है. इसलिए सावन के महीने में व्यक्ति को भूलकर भी किसी का अनादर नहीं करना चाहिए. इससे महादेव नाराज हो सकते हैं. इस समय भगवान शंकर की पूजा सच्चे मन से करें।
बिस्तर पर सोने से बचें- सावन के महीने में शिवजी को प्रसन्न करने के लिए लोग सोमवार का व्रत रखते हैं. किसी भी व्रती को इस महीने भूलकर भी बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए. व्यक्ति को जमीन पर ही सोना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि जिनका व्रत होता है उन्हें एक समय ही सोना चाहिए. बाकी पूरा दिन शिव भक्ति में लीन रहना चाहिए, कीर्तन करना चाहिएm