वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि यूरेनस ग्रह पर एक अजीब रोशन दिखी है, जो एलियंस की खोज में मददगार साबित हो सकती है। रिसर्चर्स ने अजीब रोशनी (अरोरा) को तब देखा गया जब वैज्ञानिक सौर मंडल में अलग-अलग गैसों के तापमान का जायजा ले रहे थे। वैज्ञानिक शोधकर्ताओं के मुताबिक, वे उम्मीद कर रहे थे कि गैसों के तापमान के निष्कर्ष के जरिए अन्य ग्रहों के चुंबकीय क्षेत्र के बारे में जानकारी मिल सकती है। खासकर वे ग्रह जो पृथ्वी के नजदीक हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरोरा के देखे जाने के बाद ये पता लगाने में मदद की संभावना है कि सौर मंडल के दूसरे अन्य ग्रहों पर एलियंस हैं।
लीसेस्टर यूनिवर्सिटी की फिजिक्स साइंटिस्ट एम्मा थॉमस ने कहा कि शोध के दौरान ये भी जानकारी मिली कि यूरेनस समेत अन्य सभी बड़े ग्रहों पर मौजूद गैसों का तापमान सैकड़ों डिग्री कैल्विन या सेल्सियस से अधिक है। वैज्ञानिकों ने इस जानकारी के बाद सवाल उठाया कि आखिर सूर्य के सबसे गर्म होने के बाद ये ग्रह अपेक्षा से अधिक गर्म कैसे हैं? बता दें कि यूरेनस हमारे सौरमंडल का 7वां ग्रह है। इस ग्रह को हिंदी में अरुण ग्रह जाता है।
इस साल की शुरुआत में वैज्ञानिकों ने किया था ये दावा
डेली स्टार से बात करते हुए एम्मा थॉमस ने कहा कि यूरेनस पर दिखी अरोरा का विश्लेषण करके हम ‘रहस्यमयी दुनिया’ के वायुमंडल, चुंबकीय क्षेत्रों और जीवन के बारे में भविष्यवाणी कर सकते हैं। बता दें कि वैज्ञानिकों ने इस साल की शुरुआत में घोषणा की थी कि उन्हें यूरेनस की परिक्रमा करने वाले 27 चंद्रमाओं में से दो की सतहों के नीचे सक्रिय महासागरों के होने की संभावना के बारे में जानकारी मिली है, जहां एलियंस की उपस्थिति की संभावना है।
वैज्ञानिक हाल ही में अगले कुछ वर्षों में ब्रह्मांड के किसी भी कोने में जीवन के संकेत मिलने को लेकर काफी आशान्वित हैं। प्रोफ़ेसर मिशेल डफ़र्टी के अनुसार, इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि कभी पता चलता है कि बृहस्पति के ठंडे चंद्रमाओं में से किसी एक पर जीवन संभव है। खुद को टाइम पैसेंजर का दावा करने वाले एडम आर्कन ने इससे पहले दावा किया था कि एलियंस को हम जितना मानते हैं, उससे कहीं अधिक उनके हमारे करीब होने की संभावना है।