शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के प्रमुखों की 23वीं बैठक आज (बुधवार) पाकिस्तान की अध्यक्षता में इस्लामाबाद में होने जा रही है। भारत के विदेश मंत्री जयशंकर इसमें भारतीय दल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जयशंकर एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने मंगलवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचे। SCO शिखर सम्मेलन से इतर मंगोलिया के प्रधानमंत्री लुव्सन्नामस्रेन ओयुन-एर्डीन से मुलाकात हुई। विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर इस मुलाकात का सचित्र विवरण पोस्ट किया है। उन्होंने कहा हम दोनों ने द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा की। मंगोलिया के प्रधानमंत्री से मिलकर खुशी हुई।
विदेश मंत्री जयशंकर की प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से रात्रिभोज के दौरान हुई भेंट
विदेशमंत्री जयशंकर एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने 15 अक्टूबर को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचे, जहां उनका शानदार स्वागत किया गया। जयशंकर की रात को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से एससीओ प्रतिनिधियों के लिए आयोजित रात्रिभोज के दौरान भेंट हुई। दोनों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और बेहद संक्षिप्त बातचीत हुई। भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि एससीओ के सदस्य देशों के प्रमुखों की 23वीं बैठक 16 अक्टूबर को है । सालाना तौर पर होने वाली इस बैठक में व्यापार और आर्थिक एजेंडे पर चर्चा होती है।
प्रधानमंत्री मोदी के स्थान पर विदेश मंत्री जयशंकर बैठक में शिरकत करने पहुंचे
एससीओ के शासनाध्यक्षों की परिषद की बैठक में संगठन में शामिल देशों के शीर्ष नेता शामिल होते हैं। भारत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्थान पर विदेश मंत्री जयशंकर बैठक में शिरकत करने पहुंचे हैं। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा समूह है जो सबसे बड़े अंतरक्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है। भारत, पाकिस्तान के अलावा चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके सदस्य हैं।
भारत एससीओ प्रारूप में सक्रिय रूप से है जुड़ा
भारत पहले ही साफ कर चुका है कि विदेश मंत्री जयशंकर की यात्रा पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय रिश्ते सुधारने के उद्देश्य से नहीं है। दरअसल बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। भारत एससीओ प्रारूप में सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है, जिसमें एससीओ ढांचे के भीतर विभिन्न तंत्र और पहल शामिल हैं।