यूपी चुनाव में हार स्पष्ट देख परिवारवादियों का इवीएम राग हुआ शुरू: रोहित पाण्डेय
भागलपुर : भाजपा जिला अध्यक्ष रोहित पाण्डेय नें कहा कि यूपी चुनाव में जीत के लंबे-चौड़े दावे करने वाले परिवारवादी दलों ने परिणाम आने से पहले ही हार मान लिया है. लेकिन फिर भी इन्हें योगी सरकार की जीत हजम नहीं हो रही है. इसी का नतीजा है कि इन्होने एक बार फिर से इवीएम हैक हो जाने का अपना घिसा-पीटा राग अलापना शुरू कर दिया है. यहां तक कि यह लोग अब चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाने लगें हैं जो सरासर जनादेश और लोकतंत्र का अपमान है.
उन्होंने कहा कि दरअसल सत्ता को अपनी जागीर मानने वाले इन परिवारवादी दलों को यह पच ही नही रहा है कि इतने झूठ बोलने के बावजूद जनता ने इन्हें वोट क्यों नही दिया. इसीलिए अब यह देश में संवैधानिक संस्थानों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इन दलों को यह अच्छे से समझ लेना चाहिए कि हिंदुस्तान की जनता की लोकतंत्र में गहरी आस्था है, इसलिए चुनाव आयोग को बदनाम करने की उनकी कोशिशों का खुद जनता ही मुहतोड़ जवाब देगी.
रोहित पाण्डेय ने आगे कहा कि अपने आचरण से इन परिवारवादियों ने चुनावी प्रक्रियाओं व लोकतंत्र का मजाक सा बना दिया है. जब भी यह परिवारवादी पार्टियां कोई चुनाव जीतती हैं तो इनके नेताओं के मुंह से इवीएम के खिलाफ एक शब्द नहीं निकलता, लेकिन चुनाव हारते ही इनका इवीएम पर छाती पीटना शुरू हो जाता है. इनके हिसाब से छत्तीसगढ़, बंगाल, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली आदि राज्यों में इवीएम ने बेहतर काम किया लेकिन उत्तर प्रदेश, गुजरात, आदि राज्यों में ईवीएम हैक हो गयी थी. यह इनकी ध्वस्त हो मानसिकता और कुंद हो चुकी बुद्धि का जीवंत प्रमाण है.
उन्होंने कहा कि इन परिवारवादी दलों की सबसे बड़ी समस्या इनका अहंकार और चापलूसों से घिरे रहने की प्रवृत्ति है. इसी के कारण इन लोगों को जमीनी हकीकत का पता तक नहीं लगता. इसी अहंकार के कारण यह लोग आइना देखने से भी डरते हैं. इनके घमंड के कारण अब इन दलों में जमीनी नेताओं का भी अकाल पर गया है. यही कारण है कि अब नेताओं की बजाए इनका रोष इवीएम और चुनाव आयोग पर टूटता है. यह लोग जान लें कि जनता इनकी असलियत जान चुकी है और इनके किसी दुष्प्रचार का कोई असर नहीं होने वाला।
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के चुनाव परिणाम को भारतीय जनता पार्टी भागलपुर के कार्यकर्ता खरमनचक स्थित आस्था विवाह भवन में सामूहिक रूप से एलईडी स्क्रीन पर देखेंगे।