छत्तीसगढ़ में नेक टू नेक लड़ाई है काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। मेरे ख्याल से बहुत ही जल्दबाजी होगा इस पर अभी कुछ कहना। दोपहर 1:00 बजाने दीजिए फिर इस पर कुछ कहूंगा।
तेजस्वी ने कहा कि कई ऐसी सीट होती है जहां 50 वोट और 10 वोट का भी अंतर देखने को मिलता है। इसको लेकर चीज बदलती रहती है। आपने देखा होगा कि 2020 के चुनाव में हम लोग शाम 4:00 बजे तक आगे थे। उसके बाद तो यहां काउंटिंग ही रोक दी गई थी फिर 12:00 बजे रात में वापस से गिनती शुरू हुई तो कई जगह हम लोग 25 वोट से 50 वोट से 200 वोट से हारे। इसलिए अभी इस मामले में कहना उचित नहीं होगा।
वहीं, भाजपा को चार राज्यों के चुनाव में दो राज्यों में मिल रही बढ़त और एक राज्य में कांटे की लड़ाई पर तेजस्वी यादव है ने कहा कि, जो भी पार्टी चुनाव लड़ती है। उनके यहां खुशी का तो माहौल होता ही है और तैयारी भी होती ही है। ऐसे में जो पार्टी चुनाव में आगे रहती है तो उनके यहां जीत की ख़ुशी भी मनाई जाति है। ऐसे में यदि भाजपा ख़ुशी मनाएगी तो कांग्रेस भी तेलंगाना में जीत हासिल करती हुई नजर आ रही है वह भी ख़ुशी मनाएगी। तो हर कोई इस तरह का काम करता है। इसमें कहां कुछ नया है।
उधर, भाजपा पर तंज करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि 2015 के चुनाव में याद है ना क्या किया था इन लोगों ने पहले ही गुलाल और रंग अब लड्डू बंटवा दिया था। यह सब तो उनकी(भाजपा ) पुरानी आदत है। हम तो यही चाहते हैं की कांग्रेस अच्छा करें तो कांग्रेस की जीत होगी तो अच्छा होगा। इसलिए अभी जो नतीजे आ रहे हैं इसपर कुछ भी कहना उचित नहीं होगा यह तो सिर्फ रुझान है न। दोपहर 1 बजने दिगिए उसके बाद ही कुछ कहा जाएगा।
उधर, जीतन राम मांझी ने तरफ से उनकी सरकार बनने के बाद शराब वापस से चालू करवाए जाने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि- बोलने दिगिए न उनको जो बोलना है, पहले उनकी सरकार आएगी तब न वो वापस से शराब चालू करवाएंगे। पहले तो उनको खुद की पार्टी के बारे में सोचना चाहिए, उनपर अब कहां किसी को भरोसा रहा है।