पाकिस्तान से अपने प्यार को पाने के लिए अपने चारों बच्चों के साथ भारत आई सीमा हैदर चर्चा में बनी हुई हैं। सीमा हैदर ने बातचीत में कई चौंकाने वाला दावे किए हैं और ये भी बताया है कि बिना वीजा के भारत आने का रास्ता क्या है! सीमा ने बताया कि वह 7-8 साल से कराची में रह रही थीं लेकिन उनका गांव वहां से दूर है। गौरतलब है कि सीमा हैदर और नोएडा के सचिन की दोस्ती ऑनलाइन गेमिंग के जरिए हुई थी, जो बाद में प्यार में तब्दील हो गई।
पबजी पर मुलाकात, फिर वीडियो कॉलिंग पर प्यार- सीमा
सीमा ने बताया कि वह सचिन के साथ शुरुआत में पबजी के जरिए ऑनलाइन गेम खेलती थी। फिर नंबर एक्सचेंज हुए। हम दोनों एक दूसरे को वीडियो कॉल करते थे और अपना देश दिखाते थे। कोई बारात वगैरह निकलती थी तो वह भी ये (सचिन) दिखाते थे। मुझे ये रोमांचक लगा कि ये इंडिया से हैं और मैं पाकिस्तान से हूं और हम दोनों बात कर रहे हैं। फिर हमने मिलने की सोची लेकिन न ही सचिन के पास पासपोर्ट था और न मेरे पास था। पहला पासपोर्ट मेरा खारिज हो गया क्योंकि मेरा नाम केवल सीमा था। फिर दोबारा मैंने सीमा गुलाम हैदर के नाम से दोबारा पासपोर्ट बनवाया, उसमें मेरा वीजा लग गया।
नेपाल में नहीं लगता वीजा, ये जानकर वहीं तय किया प्लान- सीमा
सीमा ने बताया कि सचिन ने कई बार पासपोर्ट वालों को पैसे भी दिए लेकिन वो कोई न कोई कागज की कमी बता देते थे। फिर हमें नेपाल का पता लगा कि वहां इंडियन बिना वीजा के ऐसे ही आ सकते हैं। तो हमने इनसे कहा कि वहां आ जाओ, हम वहीं मिलेंगे। जब ये आए गए तो कोई कड़ी चेकिंग नहीं हुई। वो आराम से छोड़ देते हैं। इसलिए मेरे दिमाग में ये बैठ गया था कि हम दोबारा भी यहीं से आएंगे।
सीमा ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान से भारत आने का वीजा कई बार ऐप्लाई किया था लेकिन वो नहीं मिल पाया। मुस्लिमों में जब 100 लोग पाकिस्तान से भारत का वीजा ऐप्लाई करते हैं तो किसी एक का वीजा स्वीकार होता है। अगर वीजा मिल गया होता तो मुझे जेल नहीं काटनी पड़ती। शायद भारत-पाकिस्तान की इतनी फ्रेंडशिप नहीं है, इसलिए सबको वीजा नहीं देते