ग्रेटर नोएडा में सेमिकॉन इंडिया 2024 का होगा आयोजन, विश्व की नामी कंपनियां अपने नवाचार करेंगी पेश

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देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में सेमिकॉन इंडिया-2024 की शुरुआत होने जा रही है।11 सितंबर से 13 सितंबर तक सेमिकंडक्टर इको सिस्टम पर केंद्रित इस इवेंट में देश-विदेश की करीब 250 कंपनियां प्रतिभागी होंगी।

सेमिकॉन इंडिया में 1 लाख लोगों के आने की उम्मीद

सेमीकंडक्टर उत्पादन से जुड़ी विश्व की नामी कंपनियां अपने नवोन्मेष की प्रदर्शनी यहां लगाएंगी, जिन्हें देखने करीब 1 लाख लोगों के आने की उम्मीद है।

सेमिकॉन इंडिया का एक उद्देश्य संभावित रोजगार को जगाना

साथ ही यह भारत के सेमिकंडक्टर निर्माण की क्षमताओं को भी विश्व मानचित्र पर रखेगी। केवल इतना ही नहीं सेमिकॉन इंडिया का एक उद्देश्य संभावित रोजगार को जगाना भी है।

देश में कब शुरू हुआ सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम का विकास कार्यक्रम ?

उल्लेखनीय है कि भारत में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास का कार्यक्रम 21 दिसंबर 2021 को 76,000 के कुल परिव्यय के साथ शुरू किया गया था। जून 2023 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुजरात के साणंद में सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।

फरवरी 2024 में तीन सेमीकंडक्टर इकाइयों को दी गई मंजूरी 

इसके पश्चात फरवरी 2024 में तीन और सेमीकंडक्टर इकाइयों को मंजूरी दी गई। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स गुजरात के धोलेरा में एक सेमीकंडक्टर फैब और असम में मोरीगांव में एक सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित कर रही है।

कुल मिलाकर चार सेमीकंडक्टर इकाइयों पर चल रहा काम 

गुजरात के साणंद में माइक्रोन का हाई-एंड सेमीकंडक्टर फेब्रिकेशन प्लांट बन रहा है। इसके 2024 के अंत तक चालू होने की उम्मीद है। कुल मिलाकर चार सेमीकंडक्टर इकाइयों पर काम चल रहा है जिनमें से तीन गुजरात में और एक असम में है।

सेमीकंडक्टर आधुनिक समाज के लिए महत्वपूर्ण है और फोन, चिकित्सा उपकरण, कार और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट सहित कई उपकरणों के निर्माण में आवश्यक है। कुल विनिर्माण क्षमता का लगभग 70 प्रतिशत से भी ज्यादा दक्षिण कोरिया, ताइवान, चीन, अमेरिका और जापान में केंद्रित है। भारत भी प्रधानमंत्री मोदी के विजन से सेमीकंडक्टर और संबंधित उत्पादों के निर्माण में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ चुका है।

ऐेसे में ‘सेमिकॉन इंडिया 2024’ सिर्फ एक आयोजन नहीं है बल्कि यह सेमीकंडक्टर विनिर्माण के क्षेत्र में वैश्विक केंद्र बनने के लिए भारत की महत्वाकांक्षी प्रगति को दर्शाता है। मजबूत सरकारी नीतियों, बढ़ते निवेश और रणनीतिक साझेदारी के साथ, भारत वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर निर्माण के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण पैठ बना रहा है।

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