बेगूसराय के तेघड़ा प्रखंड में स्कूलों में चलने वाले मध्याह्न भोजन को लेकर एमडीएम प्रभारी एवं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (BEO) के बीच चल रहे विवाद ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में एमडीएम प्रभारी रूचिता कुमारी ने तेघड़ा के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी राम उदय महतो पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। साथ ही मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और रात के अंधेरे में अपने घर पर बुलाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
महिला थाने में दर्ज प्राथमिकी में पीड़िता ने कहा गया है कि तेघड़ा बीईओ राम उदय महतो ने विगत 5 जनवरी को मध्याह्न भोजन योजना की एमडीएम प्रभारी रूचिता के मोबाइल पर फोन कर गंदी-गंदी बातें की। तेघड़ा बीईओ ने विधवा एमडीएम प्रभारी रूचिता से कहा रात में मेरे सिंघौल स्थित आवास पर आ जाया करो, खुश कर देंगे।
रूचिता कुमारी द्वारा घटना के संबंध में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकायत करने तथा तेघड़ा बीईओ की गंदी अश्लील हरकतों का विरोध करने पर विधवा महिला को नौकरी से हटवाने और अंजाम भुगतने की धमकी दी गई है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद महिला थाने की पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है।
पीड़िता ने बताया कि वो 4 साल से तेघड़ा प्रखंड में एमडीएम प्रभारी के रूप में काम कर रही है। करीब 6 महीना पहले राम उदय महतो बीईओ बनकर आए और तभी से उनकी गंदी नजर उन पर थी। विभिन्न तरह का इमोजी व्हाट्सएप से मैसेज भेजते थे। रात में डेरा पर आने को कहते हैं। रात में ही अक्सर फोन करते हैं।
पीड़िता ने बताया कि फोन करके फोटो मांगते थे, बात नहीं मानने पर बार-बार बीआरसी में स्थित मेरे कार्यालय को खाली करने की धमकी देते थे। इसको लेकर बहस भी हुई थी। उन्होंने यहां तक कहा कि मेरी बात नहीं मानने पर बर्बाद कर दूंगा। मैं तेघड़ा का के.के. पाठक मैं हूं। अजीब टाइप का अभद्र मैसेज वो करते थे।
15 अगस्त के झंडोत्तोलन के लिए 25 हजार का डिमांड किया गया था। मेरी रिपोर्ट जमा नहीं लेते थे, खुद कार्यालय आने को कहते थे। तरह-तरह से मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। पत्र निकालने पर मैंने जिला से मार्गदर्शन लेने की बात कही तो उन्होंने डीईओ एवं डीपीओ को भी घूसखोर बताया।
उन्होंने बताया कि अय्याश किस्म के बीईओ व्हाट्सएप पर जिस महिला का डीपी सुंदर देख लेते हैं, उसको मैसेज करने लगते थे। तेघड़ा प्रखंड में आने से पहले वो खगड़िया में कार्यरत थे। वहां भी शिक्षिकाओं को गंदे मैसेज भेजते थे। अपने घर पर बुलाते थे, इसको लेकर उन पर प्राथमिक भी दर्ज हुई थी। पीड़िता ने कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगायी है। वही इस मामले प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि जो भी आरोप लगाए गए हैं, वह निराधार है। पहले मैं एफआईआर कराया हूं उसी के प्रतिशोध में एमडीएम पदाधिकारी ने मामला दर्ज कराई है।
इधर एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि एमडीएम प्रभारी के आवेदन के आधार पर महिला थाने में मामला दर्ज किया गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए सदर डीएसपी अमित कुमार को जांच का निर्देश दिया गया है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।