न्यूयार्क/नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय अरबपति गौतम अदाणी हिंडनबर्ग के प्रकोप से उबरे ही थे कि अमेरिका में उन पर अदाणी ग्रीन एनर्जी को सोलर प्रोजेक्ट दिलाने के लिए हेर-फेर के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों के चलते गुरुवार को अदाणी समूह के शेयरों और देश की सियासत में भूचाल आ गया। समूह के शेयरों में भारी बिकवाली से सेंसेक्स 422 अंक गिरा और निफ्टी 23,350 पर आ गया। इससे निवेशकों को 5.35 लाख करोड़ का नुकसान हुआ।
गिरफ्तारी वारंट जारी
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, गौतम अदाणी व उनके भतीजे सागर अदाणी के विरुद्ध अमेरिका में गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं। विपक्ष ने इस मुद्दे पर मोदी सरकार का घेराव किया और जेपीसी से जांच की मांग की। वहीं, भाजपा ने कहा, विपक्ष सरकार की छवि खराब करने का प्रयास कर रहा है। अदाणी पर आरोप हैं कि उन्होंने भारत में सौर परियोजनाओं के अनुबंध और वित्त पोषण के लिए करीब 2,236 करोड़ रुपये की रिश्वत दी और यह बात अमेरिकी कारोबारियों, निवेशकों और बैंकों से छिपाई। अमेरिकी अटॉर्नी ब्रियोन पीस ने कहा,प्रतिवादियों ने वित्तीय बाजारों की कीमत पर खुद लाभ लेने की कोशिश की। एक अन्य दीवानी कार्रवाई में गौतम अदाणी व दो अन्य पर धोखाधड़ी-रोधी प्रावधानों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।
अदाणी समूह ने कहा, लगाए गए आरोप आधारहीन
अदाणी समूह ने कहा, अमेरिकी अदालत में लगाए गए आरोप आधारहीन हैं। कंपनी ने सभी नियमों का पालन किया है और आगे वो मामले पर सभी संभावित कानूनी विकल्पों पर विचार करेगी। अमेरिकी न्याय विभाग ने खुद कहा है कि अभियोग में लगाए गए आरोप केवल आरोप हैं।
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