6 साल तक की अपाहिज पति की सेवा, ठीक होते ही पति ने बीवी को दिया ये बड़ा धोखा
हाल के दिनों में भारत में ऐसी कई खबरें आई हैं, जहां सफल होने के बाद पत्नियों ने अपने पतियों को छोड़ दिया। अब इसी तरह का एक चौंकाने वाला मामला मलेशिया से सामने आया है। यहां एक व्यक्ति, जो 6 साल तक बिस्तर पर पड़ा रहा, उसकी पत्नी ने उसकी पूरी देखभाल की। जब वह ठीक हुआ तो उसने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। आइए जानते है क्या है पूरा मामला…
दोनों एक कार दुर्घटना का शिकार हो गए
दरअसल यह मामला मलेशिया का है, जहां नूरुल स्याजवानी ने 2016 में एक व्यक्ति से शादी की। कुछ समय बाद, उनकी जिंदगी में एक बड़ा मोड़ आया जब दोनों एक कार दुर्घटना का शिकार हो गए। इस हादसे में नूरुल को तो कुछ नहीं हुआ, लेकिन उसके पति को गंभीर चोटें आईं, जिससे वह लंबे समय तक बिस्तर पर पड़े रहे। इस कठिन समय में, नूरुल ने पूरी मेहनत और समर्पण के साथ अपने पति का ख्याल रखा। उन्होंने उनकी हर जरूरत को पूरा किया, जिससे यह साबित हुआ कि सच्चा प्यार और समर्थन कठिनाइयों में भी बना रहता है।
6 साल की देखभाल
दुर्घटना के बाद, नूरुल ने अपने पति की पूरी तरह से देखभाल की। वह 6 साल तक बिस्तर पर पड़े रहे, और नूरुल ने उनकी हर जरूरत का ध्यान रखा। वह उन्हें नासोगैस्ट्रिक ट्यूब से खाना खिलाती, उनके डायपर बदलती और नहलाने में भी मदद करती थी। साथ ही हर रोज़ उनकी सफाई का ध्यान रखती थी।
पति का ठीक होना और तलाक
जैसे ही पति ठीक हुआ, उसने नूरुल को तलाक दे दिया, जिससे सब चौंक गए। इसके बाद उसने दूसरी शादी भी कर ली। नूरुल ने सार्वजनिक रूप से अपने पूर्व पति को नई शादी की बधाई दी, और कहा कि वह इस नए रिश्ते में खुश हैं। उन्होंने लिखा, “मेरे ‘पति’ को बधाई। मुझे उम्मीद है कि आप अपनी नई पत्नी के साथ खुश रहेंगे।” उन्होंने दुल्हन से यह भी अपील की कि वह उसके पूर्व पति का अच्छे से ख्याल रखे, क्योंकि वह इस जिम्मेदारी से थक चुकी थी। नूरुल ने सोशल मीडिया पर अपने पति के साथ बिताए समय की तस्वीरें साझा करना शुरू किया। उनके अनुभवों ने लोगों का ध्यान खींचा और उन्हें हजारों फॉलोअर्स मिले।
तलाक की पुष्टि
यह बताया गया कि 6 अक्टूबर को नूरुल स्याजवानी और उनके पति का आधिकारिक तौर पर तलाक हो गया। इस घटना ने सभी को चौंका दिया, और इसे हृदयविदारक बताया गया। नूरुल का समर्पण और उनके पति का आचरण लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहा है। यह कहानी केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है, बल्कि रिश्तों में विश्वास और समर्पण के मूल्य पर भी प्रश्न खड़े करती है। इस घटना ने समाज में एक गहरी चर्चा को जन्म दिया है, जहां लोग यह सोचने लगे हैं कि कठिन समय में साथ निभाना और बाद में विश्वासघात का सामना करना कैसा होता है। नूरुल की कहानी ने यह संदेश दिया है कि सच्चे प्यार का क्या महत्व होता है, और कैसे यह कभी-कभी एक व्यक्ति के लिए सब कुछ बदल सकता है।
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