बिहार का पारा अभी और गिरने वाला है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने अगले पांच दिनों के लिए शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. मौसम के पुर्वानुमान को देखते हुए विभाग की तरफ से 19 जनवरी से 24 जनवरी तक शीत दिवस की स्तिथि बने रहने की संभावना जताई गई है।
बिहार में शीत दिवस का अलर्ट: इसको लेकर बिहार मौसम विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लोगों से घरों में रहने की अपील की है. मौसम विभाग ने बताया कि राज्य के निचले क्षोभमंडल में 19 जनवरी से बर्फीली ठंडी पछुवा और उत्तर पछुवा हवा का प्रवाह होने का पूर्वानुमान है. जिससे ठंड बढ़ने वाली है।
अगले पांच दिनों तक शीत दिवस:इसके साथ ही समुद्र तल से 12.6 किमी ऊपर 140-160 नॉट क्रम की जेट स्ट्रीम हवाएं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पर कायम है. जिसके प्रभाव से राज्य में 19 जनवरी से 24 जनवरी तक शीत दिवस की स्तिथि बने रहने की संभावना है. वहीं राज्य में न्यूनतम तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट के साथ 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहने की संभावना है।
राज्य में घने कोहरे की स्थिति: वहीं मौसम विभाग की मानें तो प्रेदश में अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है. अभी राज्य में अधिकतम तापमान अधिकांश जगहों पर 14°C -16°C के बीच दर्ज किया जा रहा है. इसके साथ ही अगले 5 दिनों के दौरान राज्य के कुछ जगहों पर घने कोहरे का भी पूर्वानुमान है।
प्रदेश में सबसे ठंडा शहर:गुरुवार को पटना सहित 25 शहरों के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है. वहीं 21 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट आई है. इससे दिन में लोगों को कड़ाके की ठंड का एहसास हो रहा है. गुरुवार को प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 7 डिग्री सेल्सियस के साथ फारबिसगंज रहा. वहीं सर्वाधिक अधिकतम तापमान 17.4 डिग्री भी फारबिसगंज का दर्ज किया गया।
ठंड से जन-जीवन प्रभावित: विभाग ने बताया कि गंभीर शीत दिवस की स्थिति के कारण जनजीवन पर इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है. लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने के कारण शीतर्दश हो सकता है. त्वचा पीली, कठोर और सुन्न हो जाती है. कुछ स्थानों पर कृषि, फसल, पशुधन, जल आपूर्ति, परिवहन और बिजली क्षेत्र पर प्रभाव पड़ सकता है।
मौसम विभाग ने की अपील: विभाग की तरफ से लोगों को जरूरी रहने पर ही घरों से बाहर निकलने की अपील की गई है. कहा गया कि अगर बाहर निकल भी रहे हैं तो पूरे बचाव के साथ निकलें. गर्म कपडे पहनें, गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें. तबीयत बिगड़ने पर चिकित्सक से तुरंत संपर्क करने की बात भी कही गई है. वहीं बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखने को कहा गया है. साथ ही वाहन चलाते समय भी ऐहतियात बरतने को कहा गया है।