शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट को लगा बड़ा झटका, बालासाहेब पिंपरेकर ने पार्टी छोड़ा, एनसीपी में हुए शामिल
महाराष्ट्र में सभी 48 सीटों पर वोटिंग खत्म होने के बाद अब चुनाव परिणाम का इंतजार है. इस बीच लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले महाराष्ट्र में अजित पवार की एनसीपी ने उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना को बड़ा झटका दिया है. नासिक जिला परिषद के पटोदा समूह सदस्य बालासाहेब पिंपरेकर शुक्रवार (31 मई) को अपने साथियों के साथ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की पार्टी छोड़कर डिप्टी सीएम अजित पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल हो गए.
एनसीपी अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल की मौजूदगी में बालासाहेब पिंपरेकर ने पार्टी की सदस्य ली. छगन भुजबल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के जन प्रतिनिधि विकास की राजनीति को प्राथमिकता देते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्य बन रहे हैं, जो निश्चित रूप से एक सकारात्मक बात है. उन्होंने इन सभी नये साथियों का स्वागत करते हुए उन्हें भविष्य में विकास के पथ पर आगे बढ़ने के लिए शुभकामनाएं दीं.’
इस बीच सुनील तटकरे ने शुक्रवार को कहा कि एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के कुछ विधायक विलय के लिए कांग्रेस से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एक अनौपचारिक बातचीत में तटकरे ने मीडिया से कहा कि शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट के पांच से छह विधायक कांग्रेस नेतृत्व से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने दावा किया कि यह गुट कांग्रेस में विलय करना चाहता है. तटकरे का दावा शरद पवार के उस बयान की पृष्ठभूमि में आया है, जिसमें उन्होंने समान विचारधारा वाले छोटे दलों के कांग्रेस के करीब आने या यहां तक कि लोकसभा चुनाव के बाद विलय पर विचार करने की बात कही थी.
उधर, एनसीपी (SP) प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने तटकरे के दावों का खंडन किया और कहा कि तटकरे को पता है कि उनकी पार्टी राज्य में एक भी लोकसभा सीट नहीं जीतेगी. क्रैस्टो ने कहा कि प्रासंगिक बने रहने और बीजेपी को खुश करने के लिए ऐसी टिप्पणियां की जा रही हैं.
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