भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की कमान मोहन यादव को सौंप दी है। पिछले लगभग साढ़े 17 साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल रहे शिवराज सिंह अब पूर्व मुख्यमंत्री बन गए हैं। पार्टी ने राज्य में एक सीएम और और दो डिप्टी सीएम को मनोनीत किया है। आलाकमान के इस फैसले के बाद मंगलवार को शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बात की। इस दौरान वह थोड़े भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि आज मैं जब यहां से विदाई ले रहा हूं तो मन में संतोष और ख़ुशी है। उन्होंने कहा कि हम पिछले कई साल से प्रदेश की जनता की सेवा कर रहे हैं और जनता ने हमें एक बार फिर से मौका दिया है।
अब एक सामान्य विधायक के तौर पर सेवा करूंगा- शिवराज
वहीं इस दौरान जब उनसे सवाल पूछा गया कि अब वह क्या करेंगे? इस पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अभी तक वह सीएम के तौर पर सेवा कर रहे थे। अब एक सामान्य विधायक के तौर पर सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने लाडली बहन योजना शुरू की, जिसने इन चुनावों में बेहद अहम भूमिका निभाई। अब मैं उसे लखपति बहन योजना के तौर पर अपने स्तर पर आगे बढ़ाऊंगा। अपनी बहनों से जाकर मिलूंगा, उन्हें संगठित करूंगा। उनके स्वयं सहायता समूह बनवाऊंगा। कई तरह के कामों को आगे बढ़ाऊंगा।
‘मुझे एमपी में ही रहना है पसंद’
वहीं दिल्ली जाने के सवाल पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश में हूं और मैं यहीं रहूंगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली जाना मुझे पसंद नहीं है। वहीं आलाकमान से कुछ मांगने को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे दिल्ली जाकर कुछ मांगना पसंद नहीं है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने लिए मांगने से बेहतर मैं मरना पसंद करूंगा। मैं बड़ी विनम्रता से यह साफ़ कर देना चाहता हूं कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा।
मैं जनता की सेवा हमेशा करता रहूंगा- शिवराज सिंह
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अभी तक मैंने प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में जनता की सेवा की अब मैं एक विधायक बनकर सेवा करूंगा। शिवराज सिंह ने कहा कि बीजेपी ने अभी तक जितनी भी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई थीं, वह सभी जारी रहेंगी। इसके साथ ही हमने अपने वचन पत्र में जो भी वादे किए, उन्हें भी पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने मनोनीत सीएम मोहन यादव को बधाई देते हुए कहा कि मैं उनकी सहायता के लिए हमेशा ही तैयार रहूंगा।