शिवराज सिंह चौहान का फिर से छलका दर्द, कहा- कई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है
शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के बुधनी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस जनसभा में वे महिलाओं और बच्चों के लिए एमपी में शुरू की गई योजनाओं के बारे में बता रहे थे। बोलते-बोलते अचानक शिवारजा ने कहा कि क ई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है। उनका ऐसा कहना ये दर्शाता है कि सीएम नहीं बन पाने के दर्द की टीस उन्हें जरूर परेशान करती है। बता दें कि मध्य प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मोहन यादव को सीएम बनाया गया है। शिवराज सिंह चौहान की ख्वाहिश रही होगी कि वे फिर से सीएम बनें, हालांकि एमपी में सीएम पद के कई दावेदार थे लेकिन भाजपा अपने चौंकाने वाले फैसले के लिए जानी जाती है और उसने मोहन यादव को सीएम बनाकर फिर से चौंका दिया है।
जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, हमने किसानों को जो वचन दिया है सब पूरे होंगे। प्रत्येक परिवार एक रोजगार, लाडली बहनों के लिए शुरू की गई योजनाएं पूरी होगी।
फिर छलका शिवराज का दर्द
बुधनी के शाहगंज में शिवराज सिंह चौहान एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा, कहीं ना कहीं बड़ा उद्देश्य होगा यार कई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है लेकिन किसी बड़े उद्देश्य की पूर्ति के लिए होता है। शिवराज की इस सभा में महिलाएं बोली हमें छोड़कर कहीं मत जाना भैया। इसके जवाब में शिवराज ने कहा- मैं कहीं नहीं जाऊंगा, जिऊंगा यहीं और मरूंगा यहीं। शिवराज ने आगे कहा, बहनों की योजनाएं भी जारी रहेगी और भांजे भांजियों के कल्याण में भी कोई कसर नहीं होगी। आखिर मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है, कांग्रेस की थोड़े ही ना है।
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