श्रीनगर, एजेंसी। जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार को आतंकवाद ने फिर से अपना खूनी चेहरा दिखाया। दोपहर करीब डेढ़ बजे बैसरन इलाके में आतंकियों ने अचानक अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिसमें 28 लोगों की जान चली गई, जिनमें दो विदेशी नागरिक, दो स्थानीय निवासी और अन्य पर्यटक शामिल हैं। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन टीआरएफ (The Resistance Front) ने ली है।
बैसरन, जो कि पहलगाम से लगभग छह किलोमीटर दूर स्थित है और जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है, उस वक्त पर्यटकों से भरा हुआ था। आतंकी सेना और पुलिस की वर्दी में आए और लोगों के नाम पूछ-पूछकर चुन-चुनकर उन्हें गोली मारी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर यह सुनिश्चित कर रहे थे कि पीड़ित मरे या नहीं—वे घायल लोगों पर दोबारा गोली चला रहे थे।
घटना के बाद कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें एक महिला को स्थानीय लोगों से अपने घायल पति को बचाने की गुहार लगाते देखा जा सकता है।
हमले के बाद की स्थिति:
- गृहमंत्री अमित शाह तुरंत श्रीनगर पहुंचे और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का आधिकारिक दौरा बीच में छोड़कर भारत लौटने का निर्णय लिया।
- घायल पर्यटकों को श्रीनगर के प्रमुख अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है।
सुरक्षा बलों द्वारा सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है और पूरे इलाके को घेरकर तलाशी ली जा रही है।
यह घटना न केवल कश्मीर के पर्यटन पर बड़ा सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि आतंकी किस हद तक निर्दय हो सकते हैं। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस बर्बर हमले की जांच में जुट गई हैं और दोषियों को जल्द पकड़ने का दावा कर रही हैं।