देश में आम लोगों को जब अपने जीवन जीने में अधिक कठनाई होती है या फिर उनके साथ कोई हादसा होता हो सबसे पहले वह पुलिस से मदद की गुहार लगाते है। लेकिन, जब आपका मदद करने वाला ही आपकी अस्मत लूटने पर उतारू हो जाए तो फिर परेशानी अधिक बढ़ जाती है। इसके बाद फिर पीड़ित परिवार काफी अधिक मुश्किलों में पड़ जाता है।
दरअसल, राजधानी पटना के दुल्हिनबाजार थाने के 55 साल के दारोगा रामकृष्ण सिंह को विवाहिता का अपहरण कर दुष्कर्म करने के आरोप में फुलवारी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। विवाहिता ने दारोगा पर दुष्कर्म और अपहरण का आरोप लगाते हुए फुलवारीशरीफ थाने में लिखित शिकायत की थी जिसके बाद केस दर्ज किया गया।
इस दारोगा पर आरोप है कि जब पीड़िता ने इसकी हरकतों का विरोध किया तो उसने धमकी दी और जबरन अवैध संबंध बनाया। इसके बाद अब परेशान होकर पीड़िता ने अपने पति को मामले की जानकारी दी। फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष शफीर आलम ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। विवाहिता ने थाने में बताया कि कुछ माह पहले उसके पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस मामले में मालसलामी थाना में तैनात दारोगा रामकृष्ण सिंह कांड के अनुसंधानकर्ता थे।
महिला ने दारोगा से भेंटकर उनसे इस मामले का अनुसंधान जल्द करने को कहा ताकि उसके पिता के इंश्युरेंस के रुपये पीड़ित परिवार को मिल सके। दारोगा ने मदद का आश्वासन देते हुए झांसे में लेकर महिला से जबरन शारीरिक संबंध बनाना शुरू कर दिया। एएसपी के मुताबिक दारोगा दो माह से छुट्टी पर था। छुट्टी खत्म हो गई थी। इसके बावजूद वह वापस नहीं लौटा था।