बिहार के सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर प्रखंड के अथरी गांव से ताल्लुक रखने वाले राजकृष्ण झा ने देश की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाने वाली UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में 8वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र और राज्य का नाम रोशन किया है।
शिक्षक पिता से मिली प्रेरणा
राजकृष्ण के पिता सुनील कुमार झा शिक्षक हैं। राज ने बताया कि उनके जीवन में बचपन से ही अनुशासन, शिक्षा और नैतिक मूल्यों का बीजारोपण पिता ने किया।
“पिता हमेशा कहते थे कि मेहनत और ईमानदारी का कोई विकल्प नहीं है,” राज ने कहा।
शिक्षा का सफर
- प्रारंभिक शिक्षा: कंचनजंघा इंग्लिश हाईस्कूल, बिराटनगर (नेपाल)
- 12वीं (साइंस): एल.एस. कॉलेज, मुजफ्फरपुर
- इसके बाद उन्होंने स्नातक स्तर पर विज्ञान विषय से शिक्षा ली और सिविल सेवा की तैयारी शुरू की।
सफलता का श्रेय
राजकृष्ण ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, परिजनों और अपने शिक्षकों को दिया। उन्होंने कहा कि उनके संघर्ष में परिवार का सहयोग सबसे अहम रहा।
संदेश युवाओं को
“अगर लक्ष्य स्पष्ट है और मेहनत में कोई कमी नहीं हो, तो कोई भी बाधा आपको नहीं रोक सकती। दृढ़ इच्छाशक्ति और निरंतर प्रयास ही सफलता की कुंजी हैं।”