प्रयागराज महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या से पहले देररात संगम पर अचानक भगदड़ मच गई। हालांकि हालात अब काबू में हैं, लेकिन अखाड़ा परिषद् ने आज मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान रद्द कर दिया है। सभी 13 अखाड़ों की सहमति के बाद पवित्र स्नान रद्द किया गया। वही अब स्नान बसंत पंचमी पर होगा। साथ ही अखाड़ा परिषद ने हादसे पर दुख भी जताया है और श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की।
वहीं देररात करीब डेढ़ बजे मची भगदड़ में कई लोगों के दबे होने की खबर है। 50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस की ओर जारी से बयान में कहा गया है कि लोग घायल हुए हैं और अपनों से बिछड़ गए हैं। अस्पताल के बाहर बैरिकेडिंग करके पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। NSG कमांडो ने हादसास्थल पर मोर्चा संभाल रखा है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने हादसास्थल को खाली कराकर सील कर दिया है।
PM मोदी ने लिया हालातों का जायजा
सूत्रों के अनुसार, अफवाह फैलने के कारण भगदड़ मची। हादसा संगम नोज पर पोल नंबर 11 और 17 के बीच हुआ है। घायलों को महाकुंभ परिसर में सेक्टर-2 में बने अस्थायी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। PM मोदी ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करके हालातों का जायजा लिया है। बताया जा रहा है कि संगम किनारे लोग सो रहे थे कि अचानक चीख पुकार मच गई और और इधर उधर भागने लगे। हालात देखते हुए महाकुंभ तक आने वाले रास्ते डायवर्ट कर दिए गए हैं।
अखाड़ा परिषद रविन्द्र पूरी अध्यक्ष ने कहा कि प्रशाशन ने हमें पवित्र स्नान के लिए साधु संतों को रोकने की अपील की। दुखद घटना है। हमने स्नान रोक दिया है। अब बसंत पंचमी को स्नान होगा। वहीं पुलिस अधिकारियों को आदेश मिले हैं कि जहां-जहां भीड़ ज्यादा है, वहां लोगों को जाने से रोका जाए। उच्च अधिकारियों की टीम श्रद्धालुओं पर नजर रखने के लिए अलग बनाई गई है। लोगों से अपील की गई है कि वे अभी महाकुंभ में न आएं और जो लोग आए हुए हैं, वे पुलिस से सहयोग करें।
महानिर्वाणी अखाड़ा ने जताया हादसे पर दुख
महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव यमुना पुरी के अनुसार, हमारा अखाड़ा सबसे पहले पवित्र स्नान करता है, लेकिन हादसे को देखते हुए स्नान नहीं करने का फैसला लिया है। घायल श्रद्धालुओं के प्रति हमारी संवेदना है। दुख की घड़ी में सभी साधु-संत घायल श्रद्धालुओं को और उनके परिवार के साथ हैं। वहीं महाकुंभ में भगदड़ की खबरों पर प्रयागराज मेला प्राधिकरण OSD आकांक्षा राणा का कहना है कि संगम मार्गों पर कुछ बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। कुछ लोग घायल हो गए हैं। उनका इलाज चल रहा है। यह कोई गंभीर स्थिति नहीं है।