केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्री अनुराग ठाकुर ने जानकारी दी कि गंगा नदी पर 4.56 किलोमीटर लंबे पुल के निर्माण की मंजूरी दे दी गई है. परियोजना की कुल लागत 3,064.45 करोड़ रुपये है. इसमें 2,233.81 करोड़ रुपये की निर्माण लागत शामिल है. गंगा पर सिक्स लेन पुलसे उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच यातायात और आसान हो जाएगा।
गंगा नदी पर दीघा से सोनपुर के बीच बनेगा सिक्स लेन पुल
इससे राज्य, खासकर उत्तर बिहार के विकास को गति मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीईए) ने गंगा नदी पर नये 4,556 मीटर लंबे पुल के निर्माण को मंजूरी दी. यह पुल छह-लेन का होगा. यह मौजूदा दीघा-सोनपुर रेल-सह सड़क पुल के समानांतर होगा।
फिलहाल हल्के वाहन का परिचालन
दीघा, पटना और गंगा नदी के दक्षिणी तट और सोनपुर सारण जिले में गंगा नदी के उत्तरी तट पर स्थित है. वर्तमान में ये केवल हल्के वाहनों की आवाजाही के लिए रेल सह सड़क पुल से जुड़े हुए हैं. ऐसे में वर्तमान सड़क का उपयोग माल और वस्तुओं के परिवहन के लिए नहीं किया जा सकता है।
उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच यातायात होगा आसान
यह वस्तुओं की तेज आवाजाही के रास्ते में एक बड़ी बाधा है. बयान के अनुसार, दीघा और सोनपुर के बीच नये पुल से बाधा दूर होगी. पुल बन जाने के बाद माल और वस्तुओं का परिवहन किया जा सकेगा, जिससे क्षेत्र की आर्थिक क्षमता सही तरीके से उपयोग हो सकेगा।
42 महीनों में पूरा करना है आवंटन तिथि
निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए 5 डी-बिल्डिंग सूचना मॉडलिंग (बीआईएम), ‘ब्रिज हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम’ (बीएचएमएस), मासिक ड्रोन मैपिंग जैसी नवीनतम तकनीक के उपयोग के साथ ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) मॉडल पर परियोजना का क्रियान्वयन और परिचालन किया जाना है. परियोजना को आवंटन की तिथि से 42 महीनों में पूरा किया जाना है।
बुद्ध सर्किट का एक हिस्सा है परियोजना
यह पुल पटना से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 139 के माध्यम से औरंगाबाद और सोनपुर (राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31), छपरा, मोतिहारी (पूर्व-पश्चिम गलियारा पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग-27)न, बेतिया (राष्ट्रीय राजमार्ग-727) स्वर्णिम चतुर्भुज गलियारे तक सीधी संपर्क सुविधा प्रदान करेगा. यह परियोजना बुद्ध सर्किट का एक हिस्सा है।