झारखंड के पलामू में आशिक का जब मन भर गया तो उसने जिसे चाहा उसे ही मिटा डाला। देह का रिश्ता कायम होने के बाद से ही टुनी ने अपने प्रेमी सतबीर कुमार पर शादी करने पर जोर देना शुरू किया। प्रेमी के कहने पर उसने अपना घर तक छोड़ दिया। टुनी अपने छलिया आशिक के खतरनाक इरादे से अनजान रही। टुनी को तब गहरा झटका लगा जब उसे भेलौआटांड़ के जंगल में ले जाकर उसका गला घोंट दिया। बीते साल 26 सितम्बर को टुनी अचानक गायब हो गई थी।
बेवा मां गुलाबी कुंवर को यह यकीन था कि वह सतबीर सिंह के साथ ही भाग गई है। सतबीर को खोजा तो पता चला वो चेन्नई चला गया है। बेटी टुनी के मोबाइल पर जब कभी मां गुलाबी फोन करती तो सतबीर उर्फ सत्यवीर ही उठाया करता था। शुरू-शुरू में सतबीर यहीं बोलता रहा कि आपकी बेटी मेरे पास है, पर कभी बेटी से मां को बात नहीं कराया। मां को शक होने लगा। 17 साल की बेटी टुनी को भगा ले जाने का इल्जाम लगाते हुये सतबीर कुमार के खिलाफ मनातू थाने में FIR दर्ज करा दिया। वहीं बेटी को खोजते रही।
इस बीच 13 जनवरी को मां गुलाबी को पता चला कि उसकी बेटी को लेकर भागने वाला सतबीर कुमार अपने घर आया हुआ है। उसका घर पलामू के तरहसी थाना क्षेत्र के परसाई मंझौली गांव में है। इस बात की सूचना मनातू थाना तक गई। थानेदार कमलेश कुमार ने इस बारे में अपने आला अधिकारियों से बातें की और उन्हें सबकुछ बताया।
मिले निर्देश के आलोक में सतबीर कुमार को पुलिस ने उठा लिया। वह पुलिस के सामने टूट गया और अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया। उसने पुलिस को बताया कि वह टुनी को प्यार करता था। अचानक टुनी ने शादी करने के लिये दबाव बनाना शुरू कर दिया, पर वह टुनी से शादी नहीं करना चाहता था।
टुनी पलामू के मनातू थाना क्षेत्र के वंशी खुर्द पदमा गांव में रहती थी। पिता के साये से वंचित टुनी को उसने रास्ते से हटाने का भयानक इरादा बना लिया। बीते साल 26 सितम्बर को वह टुनी को बुलाया और उसे बहला-फुसलाकर भेलौआटांड़ जंगल में ले गया। वहां गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। यह जंगल वंशी खुर्द गांव के नजदीक ही है। गिरफ्तार सतबीर कुमार की निशानदेही से टुनी का कंकाल बरामद कर लिया गया। उसके कपड़े से उसकी पहचान की गई। अपने प्यार का गला घोंटने के बाद सतबीर चेन्नई भाग गया था। 14 जनवरी को सतबीर को जेल भेज दिया गया।